भरतपुर. शहर के सरकूलर रोड पर बी-नारायण गेट के पास गहरे गंदे नाले में रविवार को एक व्यक्ति का शव क्षत-विक्षत हालत में मिलने से क्षेत्र में सनसनी सी फैल गई. सूचना मिलने पर थाना मथुरा गेट पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन पुलिस ने मानवीय संवेदना को शर्मसार करते हुए बेकद्री पूर्वक नाले से शव को जेसीबी से निकलवाया और उसे ठेलेनुमा वाहन से आरबीएम अस्पताल (Police transported dead body by handcart) पहुंचाया. पुलिस की संवेदनहीनता का यह मामला जैसे ही तूल पकड़ा, वैसे ही पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच के लिए सीओ-सिटी को निर्देश दे दिए.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार युवक की शिनाख्त कोली मोहल्ला बी-नारायण गेट निवासी 40 वर्षीय दिनेश कोली पुत्र रुगमी कोली के रूप में हुई. मृतक शराब पीने का आदी था और वह 17 फरवरी से लापता था. शव करीब तीन दिन पुराना होने के कारण शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया.
पुलिस टीम ने उसे निकालने के लिए जेसीबी मशीन बुलाई गई और मृतक के शव को गहरे गंदे नाले से निकाला. पुलिस के जिम्मेदारों का कहना है कि एंबुलेंस को सूचना दी गई, लेकिन एंबुलेंस आने में देरी होने के कारण शव को ठेली रिक्शा पर रखकर जिला अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया गया. पुलिस टीम ने पोस्टमार्टम की कर्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.
जानकारी के मुताबिक मृतक की पत्नी की कई साल पहले ही मौत चुकी है. मृतक के दो बच्चे हैं, जिनमें एक लड़का और एक लड़की है. नशे का आदी होने के कारण परिवार के लोग भी उससे पूरी तरह से परेशान थे. उसका घर आने जाने का भी कोई टाइम टेबल नहीं था और न वह कोई काम आदि करता था. मोहल्ले में उसे 17 फरवरी को अंतिम बार देखा गया था.
एंबुलेंस नहीं मिली तो ठेले में ले जाना पड़ा : इस संंबंध में मथुरा गेट थानाधिकारी रामनाथ सिंह गुर्जर ने बताया कि हालात और परिस्थितियां को देखते ऐसा करना मजबूरी था. शव 3 दिन पुराना होने के कारण बुरी तरह से क्षत-विक्षत था और पूरी तरह गल चुका था, जहां से पकड़ते वहीं से मांस हाथ में आ रहा था. नाला भी गहरा था और उसमें दलदल था, इसलिए उसे जेसीबी से निकलवाना पड़ा. 108 एंबुलेंस को कॉल कर दिया था, लेकिन उसके आने में देरी हो रही थी. इसलिए तत्काल रिक्शा मिला तो उसी पर शव को रखकर शॉल से ढंककर ले जाना मजबूरी था.
सीओ सिटी को सौंपी मामले की जांच : इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह का कहना है कि थानाधिकारी मथुरागेट और पुलिस जाब्ता ने एक नाले से निकाले गए दो-तीन दिन पुराने शव को बाजार में एक रिक्शा नुमा ठेले पर रखकर आरबीएम अस्पताल लेकर जाने से मानवीय जनसंवेदनाओं का ध्यान नहीं रखकर लापरवाही बरती है, जो अनुचित है. इनके विरुद्ध सीओ-सिटी सतीश वर्मा को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं नहीं हो. इस संबंध में जिले के सभी थानाधिकारियों और पुलिस जाब्ता को मानवीय जनसंवेदनाओं का ध्यान रखते हुए कार्य करने के निर्देश जारी किए गए हैं.