भरतपुर. जिले में ऑनलाइन ठगी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब ठगों ने बैंक खाते की केवाईसी अपडेट करने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने का प्रयास किया, लेकिन गनीमत रही कि बैंक सर्वर में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते ठग पीड़ित के खाते से 4 लाख रुपए की ठगी करने में नाकाम हो गए.
यूं लिया झांसे में
शहर के सेवानिवृत्त टीचर देवदत्त शर्मा ने अटल बंद थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में लिखा कि 3 मई को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया, जो खुद को आईसीआईसीआई बैंक का मैनेजर बता रहा था. उसने बैंक खाते की केवाईसी अपडेट कराने की बात बोलकर पीड़ित की पासबुक का आईडी नंबर मांगा. 4 मई को पीड़ित के मोबाइल पर मैसेज आए, जिनमें पहले मैसेज में खाते से 1 लाख 98 हजार रुपए और दूसरे मैसेज में 1 लाख 99 हजार 999 रुपए निकालने की जानकारी थी.
पढ़ें- स्मैक सप्लाई के मामले में एक आरोपी गिरफ्तार, 5.20 ग्राम स्मैक बरामद
पीड़ित ने रिपोर्ट में लिखा कि ठगी का पता लगते ही वह अपनी संबंधित बैंक में पहुंचे और मैनेजर को पूरी जानकारी दी. बैंक मैनेजर ने बताया कि उनके खाते से किसी अज्ञात बदमाश ने 8 लाख रुपए की एफडी तोड़कर उसमें से करीब 4 लाख रुपए ट्रांजैक्शन किए हैं. पीड़ित के कहने पर बैंक मैनेजर ने खाते को ब्लॉक कर दिया. पीड़ित देवदत्त शर्मा ने 4 मई को ठगी की घटना के संबंध में थाना अटल बंध में मामला दर्ज कराया है.
वापस मिली रकम
पीड़ित ने बताया कि 5 मई को उनके पास फिर दो मैसेज आए. वो फिर से बैंक पहुंचकर मैनेजर से मिले, जिन्होंने बताया कि प्रक्रिया पूरी नहीं होने के चलते ठग खाते से ट्रांजैक्शन नहीं कर पाए हैं. तब जाकर पीड़ित को राहत की सांस मिली.