भरतपुर. शहर की सिमको फैक्ट्री का विवाद अब दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है. सिमको बचाओ संघर्ष समिति ने अब चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि विगत रविवार भरतपुर दौरे के दौरान उन्होंने सिमको को बचाने वाले लोगों को ब्लैकमेलर कहा था, जो सरासर गलत है. जिसके बाद बुधवार को सिमको संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि अगर वह किसी को ब्लैकमेलर कह रहे हैं तो साफ-साफ उसका नाम लेकर कहें. मंत्री गर्ग के पास सबूत है तो वह शहर के लक्ष्मण मंदिर चौक पर जनता के सामने बहस करने को तैयार है.
दरअसल विगत रविवार को चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग भरतपुर दौरे पर आए थे. जिसके बाद उन्होंने सिमको फैक्टरी को लेकर एक बयान दिया था कि जब तक कांग्रेस की सरकार है, तब तक सिमको फैक्टरी की जमीन को खुर्दबुर्द नहीं किया जाएगा. इसके अलावा कुछ लोग सिमको फैक्टरी को लेकर भ्रम फैला रहे है और वे लोग यह नहीं चाहते कि भरतपुर का उद्योगिक विकास हो.
जिसके बाद बुधवार को सिमको संघर्ष समिति ने प्रेस वार्ता आयोजित करते हुए कहा कि चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग सिमको बचाने वाले लोगो को ब्लेकमेलर कहा है. अगर कोई ब्लेकमेलर है, तो वह उसका साफ-साफ नाम के या उनके पास किसी को ब्लैकमेल करने के तथ्य है, तो वह उन्हें दिखाए.
साथ ही सिमको संघर्ष समिति का कहना है कि सिमको फैक्टरी का स्कूल तोड़ दिया गया. वहां के ग्राउंड को खिड दिया गया. मजदूरों के क्वाटर्स तोड़ दिए गए. ये एक षड्यंत्र है. जबकि सिमको फैक्टरी को सुचारू रूप से चलाना चाहिए. जिससे भरतपुर के लोगों को रोजगार मिले.
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साथ ही मंत्री गर्ग ने जो आरोप लगाया है, उसको वह सिद्ध करे. सुजान गंगा का हाल जस का तस है. वह सिर्फ भरतपुर आकार आदेश और निर्देश देते है. जिसकी आज तक पालना नही हुई है. जब से वह विधायक बने है. भरतपुर का कोई विकास नहीं हुआ. साथ ही संघर्ष समिति का आरोप है रीको की सरकारी जमीन को बेच दिया गया. जिसमें मंत्री गर्ग का भाई उसमे शामिल है.