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भरतपुर में जसवंत प्रदर्शनी का शुभारंभ कल से... ग्राउंड में पानी होने से व्यापारी चिंतित - पशु मेला का उदघाटन

भरतपुर में गुरुवार से श्री जसवंत प्रदर्शनी का शुभारंभ होने जा रहा है. मैदान में पानी भरे होने के कारण झूले और मनोरंजन के साधन नहीं लग सके. जिससे व्यापारियों ने इस बारे में चिंता जताई है.

जसवंत प्रदर्शनी, Jaswant Exhibition
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Published : Oct 2, 2019, 6:55 PM IST

भरतपुर. श्री जसवंत प्रदर्शनी और पशु मेला का उदघाटन गुरुवार सुबह 08:30 बजे किया जाएगा. इसका उद्घाटन भरतपुर जिला कलेक्टर जोगाराम करेंगे. चिंता की बात यह है कि जिस जगह मेले का शुभारम्भ होना है वहां अभी भी बरसात का पानी भरा हुआ है.प्रशाशन के पानी निकालने के प्रयास अभी तक सफल नही हो पाए हैं.

जसवंत प्रदर्शनी का शुभारंभ

मैदान में पानी भरे होने के कारण पिछले चार दिन से झूले, सर्कस, मैजिक शो इत्यादि खेल तमाशे के समान से लदे 12 ट्रक जगह जगह खड़े हैं. ऐसे रिस्क लेते हुए व्यापारियों ने कुछ झूले कम पानी वाले स्थान में लगाए हैं.

पढ़ें. भीषण हादसाः ओवरटेक करने के चक्कर में बस और कार में भिड़ंत...3 की मौत, 6 की हालत गंभीर

इस बार से जसवंत प्रदर्शनी के100 साल पूरे होंगे. पर मेला स्थान में पानी भरे होने से व्यापारी चिंतित हैं. उनका मानना है कि मैदान में पानी भरे होने से मेले में झूले और मनोरंजन के साधनों की व्यवस्था नहीं हो पाएगी. जिससे उनकी आमदनी पर भी असर पड़ेगा.

ठेकेदार दिनेश चंद राजोरिया ने बताया कि उन्होंने मनोरंजन के साधन लगाने के लिए 5 लाख 58 हज़ार रुपये पशु पालन विभाग को फीस के तौर पर दिए हैं. लेकिन अभी तक उन्हें मनोरंजन के साधन लगाने की मंजूरी नहीं दी गई है. अब ऐसे में ठेकेदार की चिंता और भी इसलिए बढ़ जाती है कि अगर मंजूरी मिलने में देरी होगी तो उन्हें कलाकारों को खाली दिनों में भी पूरी मजदूरी देनी पड़ेगी. जिससे उन्हें काफी घाटा झेलना पड़ेगा. ग्राउंड में पानी भरे होने के कारण उन्हें माल से लदे ट्रकों को खड़ा करना पड़ रहा है जिससे ट्रकों का भाड़ा भी उनके जिम्मे पड़ रहा है.

भरतपुर. श्री जसवंत प्रदर्शनी और पशु मेला का उदघाटन गुरुवार सुबह 08:30 बजे किया जाएगा. इसका उद्घाटन भरतपुर जिला कलेक्टर जोगाराम करेंगे. चिंता की बात यह है कि जिस जगह मेले का शुभारम्भ होना है वहां अभी भी बरसात का पानी भरा हुआ है.प्रशाशन के पानी निकालने के प्रयास अभी तक सफल नही हो पाए हैं.

जसवंत प्रदर्शनी का शुभारंभ

मैदान में पानी भरे होने के कारण पिछले चार दिन से झूले, सर्कस, मैजिक शो इत्यादि खेल तमाशे के समान से लदे 12 ट्रक जगह जगह खड़े हैं. ऐसे रिस्क लेते हुए व्यापारियों ने कुछ झूले कम पानी वाले स्थान में लगाए हैं.

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इस बार से जसवंत प्रदर्शनी के100 साल पूरे होंगे. पर मेला स्थान में पानी भरे होने से व्यापारी चिंतित हैं. उनका मानना है कि मैदान में पानी भरे होने से मेले में झूले और मनोरंजन के साधनों की व्यवस्था नहीं हो पाएगी. जिससे उनकी आमदनी पर भी असर पड़ेगा.

ठेकेदार दिनेश चंद राजोरिया ने बताया कि उन्होंने मनोरंजन के साधन लगाने के लिए 5 लाख 58 हज़ार रुपये पशु पालन विभाग को फीस के तौर पर दिए हैं. लेकिन अभी तक उन्हें मनोरंजन के साधन लगाने की मंजूरी नहीं दी गई है. अब ऐसे में ठेकेदार की चिंता और भी इसलिए बढ़ जाती है कि अगर मंजूरी मिलने में देरी होगी तो उन्हें कलाकारों को खाली दिनों में भी पूरी मजदूरी देनी पड़ेगी. जिससे उन्हें काफी घाटा झेलना पड़ेगा. ग्राउंड में पानी भरे होने के कारण उन्हें माल से लदे ट्रकों को खड़ा करना पड़ रहा है जिससे ट्रकों का भाड़ा भी उनके जिम्मे पड़ रहा है.

Intro:भरतपुर 02Oct.

Summery- कल से ऐतिहासिक जसवंत प्रदर्शनी का शुभारंभ होना है केकिन मेला ग्राउंड में पानी भरे होने से व्यापारी काफी चिंतित है।

एंकर- श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला का उदघाटन कल सुबह 08:30 पर जिला कलेक्टर जोगाराम करेंगे। लेकिन मेला स्थल पर जगह बरसाती पानी भरा है। और कीचड़ भी है। खेल तमाशा मैदान तालाब बना हुआ है। प्रशाशन के पानी निकालने के प्रयास अभी तक सफल नही हो पाए है। ऐसे में मेला मैदान में बरसाती पानी और दलदल दूर होने के इंतज़ार में 04 दिन से झूले, सर्कस, मैजिक शो इत्यादि खेल तमाशे के समान से लदे 12 ट्रक जगह जगह खड़े है। क्योंकि व्यापारियों के पास ट्रक खाली करने की जगह ही नही है। व्यापारियों ने एक दो झूले काम पानी वाली जगह लगाएं भी है तो उसके पास दलदल बना हुआ है।
जसवंत प्रदर्शनी अबकी बार 100 साल की हो चुकी है। इसके लिए विशेष तैयारियां की जानी थी। लेकिन कल से मेला शुरू होना है। और मेले में भीड़ मनोरंजन के खेल तमाशों से होती है। लेकिन व्यापारियों की चिंता इसे वजह से बाद रही है की जब झूला और मनोरंजन के साधन ही नही लगेंगे तो लोग क्यों आएंगे। और भीड़ से ही अन्य व्यापारियों को भी रोजगार मिलता है। लेकिन मैदान में पानी होने की वजह से मेले की रौनक फीकी पड़ी हुई है।
ठेकेदार दिनेश चंद राजोरिया ने बताया कि उन्होंने मनोरंजन के साधन लगाने के लिए 05 लाख 58 हज़ार रुपये पशु पालन विभाग को फीस दी है। लेकिन उन्हें अभी तक उन्हें मनोरंजन के साधन लगाने की मंजूरी नही मिली है। अब ऐसे में ठेकेदार की चिंता और भी इसलिए बाद जाती है कि अगर मंजूरी मिलने में देरी होगी तो उन्हें कलाकारों को खाली दिनों में भी पूरी मजदूरी देनी होगी। जिससे उन्हें काफी घाटा झेलना पड़ेगा। साथ ग्राउंड में पानी भरे होने के कारण उन्हें माल से लदे ट्रकों को खड़ा करना पड़ रहा है जिससे ट्रकों का भाड़ा भी उनके जिम्मे पैड रहा है।
वही मेला अधिकारी ने बताया कि ठेकेदार से किराये की राशि जमा करा ली गई है और और मनोरंजन के साधान लगाने के लिए। जिला कलेक्टर से निवेदन करेगे।
बाइट- दिनेश चंद राजोरिया, ठेकेदार
बाइट-नागेश चौधरी, मेला अधिकारीBody:कल से शुरू होगी ऐतिहासिक जसवंत प्रदर्शनी लेकिन ग्राउंड में अभी भी भरा हुआ है पानीConclusion:
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