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भरतपुर के 'आकाश' का भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम में हुआ चयन

भरतपुर के तेज गेंदबाज आकाश का चयन भारतीय अंडर-19 टीम के लिए हुआ है. आकाश जिले के नगर तहसील के रहने वाला हैं. उन्होंने अपने एक साल के क्रिकेट कैरियर में 101 विकेट लेकर इतिहास रचा है. आकाश बाएं हाथ का तेज गेदबाज हैं.

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Published : Aug 2, 2019, 9:07 PM IST

Updated : Aug 2, 2019, 9:28 PM IST

भरतपुर. आकाश ने अभी तक क्रिकेट जगत में कई कारनामें किए हैं, जिसके आधार पर आकाश का चयन भारतीय अंडर-19 में हुआ है. वे इससे पहले भी अंडर-19 इंडिया A में खेल चुके हैं. इतना ही नहीं एक बार तो जयपुर में आयोजित हुई अंडर-16 भंवर सिंह देवड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट में आकाश ने चार ओवर में बिना कोई रन दिए 10 विकेट झटके थे.

भरतपुर के आकाश का भारतीय अंडर-19 टीम में हुआ चयन

ऐसे में जब आकाश के पिता से हमारे संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि बचपन में आकाश ज्यादातर घर से बाहर ही रहता था. पढ़ाई में उसका मन बिल्कुल भी नहीं लगता था. घर के सभी लोग सोते रहते थे और आकाश पूरे दिन बॉलिंग की प्रैक्टिस करता रहता था. आकाश के पिता अक्सर उसे पढ़ाई के कहते थे. लेकिन उसका शुरू से दिमाग खेलने की तरफ था.

यह भी पढ़ेंः राजस्थान के गेंदबाज बेटे का हुआ भारतीय अंडर-19 टीम में चयन

जब आकाश के पिता ने उसकी प्रतिभा को देखा तो उसका एडमिशन बीकानेर की एक क्रिकेट एकेडमी में करवा दिया, जिसके बाद बीकानेर के कोच ने आकाश के पिता से कहा कि आपका बच्चा काफी होनहार है. इसलिए आप उसे किसी प्राइवेट एकेडमी में एडमिशन करवा दो. लेकिन परिजनों का हाथ उस समय थोड़ा तंग था. उसके बाद भी आकाश के पिता ने उसका एडमिशन प्राइवेट एकेडमी में करवा दिया. लेकिन एक साल के अंदर आकाश ने इतना प्रोग्रेस किया की पूरे जयपुर के अंदर आकाश का नाम हो गया. आकाश का भारतीय अंडर-19 टीम में चयन के बाद आकाश के पिता को अपने बेटे पर गर्व है.

यह भी पढ़ेंः आपसी मुठभेड़ के बाद पुलिस की गिरफ्त में आया इनामी बदमाश​​​​​​​

आकाश के बड़े भाई ने बताया कि पहले वो क्रिकेट खेलते थे. लेकिन अपने बड़े भाई को क्रिकेट खेलते देख आकाश को क्रिकेट खेलने का शौक चढ़ गया. वह शुरू से ही अपने से बड़े युवकों के साथ क्रिकेट खेलता था. बड़े भाई ने बताया कि आकाश हर किसी से कुछ न कुछ सीखता है और सभी की बात मानता है, आकाश में सिखने की बहुत ललक है.

भरतपुर. आकाश ने अभी तक क्रिकेट जगत में कई कारनामें किए हैं, जिसके आधार पर आकाश का चयन भारतीय अंडर-19 में हुआ है. वे इससे पहले भी अंडर-19 इंडिया A में खेल चुके हैं. इतना ही नहीं एक बार तो जयपुर में आयोजित हुई अंडर-16 भंवर सिंह देवड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट में आकाश ने चार ओवर में बिना कोई रन दिए 10 विकेट झटके थे.

भरतपुर के आकाश का भारतीय अंडर-19 टीम में हुआ चयन

ऐसे में जब आकाश के पिता से हमारे संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि बचपन में आकाश ज्यादातर घर से बाहर ही रहता था. पढ़ाई में उसका मन बिल्कुल भी नहीं लगता था. घर के सभी लोग सोते रहते थे और आकाश पूरे दिन बॉलिंग की प्रैक्टिस करता रहता था. आकाश के पिता अक्सर उसे पढ़ाई के कहते थे. लेकिन उसका शुरू से दिमाग खेलने की तरफ था.

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जब आकाश के पिता ने उसकी प्रतिभा को देखा तो उसका एडमिशन बीकानेर की एक क्रिकेट एकेडमी में करवा दिया, जिसके बाद बीकानेर के कोच ने आकाश के पिता से कहा कि आपका बच्चा काफी होनहार है. इसलिए आप उसे किसी प्राइवेट एकेडमी में एडमिशन करवा दो. लेकिन परिजनों का हाथ उस समय थोड़ा तंग था. उसके बाद भी आकाश के पिता ने उसका एडमिशन प्राइवेट एकेडमी में करवा दिया. लेकिन एक साल के अंदर आकाश ने इतना प्रोग्रेस किया की पूरे जयपुर के अंदर आकाश का नाम हो गया. आकाश का भारतीय अंडर-19 टीम में चयन के बाद आकाश के पिता को अपने बेटे पर गर्व है.

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आकाश के बड़े भाई ने बताया कि पहले वो क्रिकेट खेलते थे. लेकिन अपने बड़े भाई को क्रिकेट खेलते देख आकाश को क्रिकेट खेलने का शौक चढ़ गया. वह शुरू से ही अपने से बड़े युवकों के साथ क्रिकेट खेलता था. बड़े भाई ने बताया कि आकाश हर किसी से कुछ न कुछ सीखता है और सभी की बात मानता है, आकाश में सिखने की बहुत ललक है.

Intro:भरतपुर
SUMMERY- आकाश के हुआ भारतीय अंडर-19 टीम में चयन, इससे पहले भी आकाश बना चूका है कई रोचक रिकॉर्ड, पिता ने बताई आकाश के बारे में कुछ पुराणी बाते, भाई को देख आकाश को लगा था क्रिकेट खेलने का शौक

एंकर- भरतपुर जिले के तेज गेंदबाज़ आकाश के चयन भारतीय अंडर-19 टीम के लिए हुआ है... आकाश भरतपुर जिले के नगर तहसील का रहने वाला है... और आकाश ने अपने 01 साल के क्रिकेट करियर में 101 विकेट लेकर इतिहास कायम किया है.. आकाश बाय हाथ से तेज गेंदबाज़ी करते है... जिले के इस होनहार खिलाड़ी ने अब तक क्रिकेट में कई कारनामे किये है... जिसके आधार पर आकाश का चयन भारतीय अंडर-19 में हुआ है आकाश इससे पहले भी अंडर-19 इंडिया A में खेल चुके है इतना ही नहीं एक बार तो जयपुर में आयोजित हुई अंडर-16 भंवर सिंह देवड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट में आकाश ने 04 ओवर में बिना कोई रन दिए 10 विकेट झटके थे...
जब आकाश के पिता से बात की तो उन्होंने बताया की बचपन में आकाश ज्यादातर घर से बाहर ही घूमता था.. और पढाई में आकाश के बिलकुल भी मन नहीं लगता था... घर के सभी लोग सोते रहते थे और आकाश पुरे दिन बॉलिंग की प्रक्टिस करता रहता था आकाश के पिता अक्सर उसे पढ़ाई के कहते थे लेकिन उसका शुरू से दिमाग खेलने की तरफ था... लेकिन जब अक्ष के पिता ने उसकी प्रतिभा को देखा तो उसका एडमिशन बीकानेर की एक क्रिकेट एकेडमी में करवा दिया। जिसके बाद बीकानेर के कोच ने आकाश के पिता से कहा की आपका बच्चा काफी होनहार है इसलिए आप उसे किसी प्राइवेट एकेडमी में एडमिशन करवा दो.. लेकिन परिजनों का हाथ उस समय थोड़ा तंग था उसके बाद भी आकाश के पिता ने उसका एडमिशन के प्राइवेट एकेडमी में करवा दिया। लेकिन 01 साल के अंदर आकाश ने इतना प्रोग्रेस किया की पुरे जयपुर के अंदर आकाश का नाम हो गया... आकाश के भारतीय अंडर-19 टीम में चयन के बाद आकाश के पिता को अपने बेटे पर गर्व है...
बात करे की आकाश को क्रिकेट खेलने का शौक कैसे लगा तो उनके बड़े भाई ने बताया की पहले वो क्रिकेट खेलते थे लेकिन अपने बड़े भाई को क्रिकेट खेलते देख आकाश को क्रिकेट खेलने का शौक चढ़ गया और आकाश शुरू से ही अपने से बड़े युवकों के साथ क्रिकेट खेलता था... आकाश के बड़े भाई ने बताया की आकाश हर किसी से कुछ न कुछ सीखता है और सभी की बात मानता है... और आकाश में सिखने की बहुत ललक है...
बाइट- महाराज सिंह, आकाश के पिता
बाइट- लाखन सिंह, आकाश के बड़े भाई Body:जिले का बेटा अब खेलेगा भारतीय अंडर-19 टीम में Conclusion:
Last Updated : Aug 2, 2019, 9:28 PM IST
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