भरतपुर. जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. हर दिन बड़ी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. यही वजह है कि कोरोना संक्रमण के मामले में भरतपुर जिला प्रदेश में तीसरे स्थान पर है. इतना ही नहीं मानसूनी सीजन में भरतपुर जिले में मौसमी बीमारियों के साथ ही कोरोना संक्रमण का खतरा और भी बढ़ जाएगा. चिकित्सकों की मानें तो खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहेगा. ऐसे में लोगों को मानसून सीजन में ज्यादा सावधान और जागरूक रहने की जरूरत है.
इसलिए संक्रमण का ज्यादा खतरा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि मानसून सीजन में वायरल फीवर, खांसी, जुकाम के मरीज बढ़ेंगे. ऐसे में खांसी, जुकाम, मलेरिया, डेंगू और वायरल की चपेट में आने वाले लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होगी और उनमें कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाएगा. इसलिए लोगों को, जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने में ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
हर दिन ओपीडी में 200 मरीज
मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के डॉ. मुकेश गुप्ता बताते हैं कि फिलहाल आरपीएम जिला अस्पताल में मेडिकल आउटडोर में हर दिन करीब 200 मरीज पहुंच रहे हैं. इनमें से हर दिन करीब 30 मरीज खांसी, जुकाम के हैं. साथ ही अस्थमा, बीपी, शुगर, हृदय रोगी, पेट दर्द आदि के मरीज ज्यादा हैं.
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जलभराव के साथ बढ़ेंगी मौसमी बीमारी
डॉ. मुकेश गुप्ता ने बताया कि फिलहाल जिले में बरसात बहुत कम हुई है. ऐसे में जलभराव भी नहीं हुआ है, लेकिन बरसात और जलभराव होने के बाद जिले में मलेरिया, डेंगू, स्क्रब टायफस, चिकनगुनिया के मरीज बढ़ेंगे. ऐसे में मानसूनी सीजन में लोगों को बेहतर खानपान का ध्यान रखना होगा और मौसमी बीमारियों से भी बचाव रखना होगा.
इन बातों का रखें ध्यान
सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि मानसूनी सीजन में लोग आवश्यक होने पर ही घरों से निकले. घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें. बाजार और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. यदि जाना आवश्यक हो तो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें. संक्रमण से बचने के लिए नियमित रूप से सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
- भरतपुर में कुल कोरोना संक्रमित मरीज 2380
- स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या 2000
- जिले में कोरोना के 329 एक्टिव केस
- अब तक 51 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत
- आरबीएम अस्पताल की ओपीडी में हर दिन पहुंच रहे 200 मरीज
- ओपीडी में खांसी, जुकाम के साथ ही बीपी, शुगर और अन्य बीमारियों के मरीज भी पहुंच रहे