ETV Bharat / city

भरतपुर : सूखे पड़े रेतीले नहरों, नालों और नदी में पहली बार पानी की आवक...किसानों में खुशी की लहर

भरतपुर के नहर, नाले और बांध जो एक लम्बे समय से सूखे पड़े थे. जिनमें पानी कभी भी देखने को नहीं मिला, वहां पानी की आवक देख स्थानीय लोग बेहद खुश है, क्योंकि इस रेतीले इलाके में सिर्फ मिट्टी के टीले ही देखने को मिलते थे, लेकिन रविवार को इन रेतीले इलाके में पानी आया तो बेहद सुन्दर नजारा था.

भरतपुर में बारिश,  Bharatpur news,  rajasthan news,  etvbharat news,  rajasthan hindi news,  heavy rain in Bharatpur,  भरतपुर का तापमान,  भरतपुर में सूखे नहर
पहली बार पानी की आवक
author img

By

Published : Aug 30, 2020, 6:14 PM IST

भरतपुर. जिले के भुसावर इलाके में खासकर बाण गंगा नदी जो मौसमी है, वह करीब 20 वर्षों से सूखी पड़ी है, लेकिन विगत कई दिनों से हो रही लगातार बरसात के चलते इन सूखे बांध, नहर और नालों में पानी की आवक देख स्थानीय लोग खासकर किसान बेहद खुश है. वहीं, पानी की आवक से जल स्तर भी बढ़ेगा, जिससे आगामी रवि फसल की सिंचाई के लिए किसानों को उदास नहीं रहना पड़ेगा.

रेतीले नालों और नदी में पहली बार पानी की आवक

इस इलाके में जहां सिर्फ मिट्टी के टीले हैं, वहां किसानों के लिए पानी की कमी हमेशा एक समस्या बनी रहती है और फसलों की सिंचाई के लिए भी मशक्कत उठानी पड़ती है. साथ ही यहां के किसानों ने पानी की आवक की उम्मीद तो बिल्कुल ही खत्म कर दी थी. जिस तरह से लगातार हो रही बरसात के चलते यहां रविवार को पानी आया. वह किसानों के लिए एक अच्छा सन्देश लेकर आया है.

पढ़ेंः भाजपा की बैठक में वी सतीश की खरी-खरी, कहा- दिल की नहीं दल की सोच कर काम करें प्रभारी

जिले में नदी नहरों से पानी का स्रोत्र नहीं होने से यहां के किसान हमेशा सिंचाई के लिए चिंतित रहते है और फसलों की सिंचाई के लिए सिर्फ ट्यूबवेल ही एकमात्र जरिया है. मगर जलस्तर नीचे जाने के कारण उस स्रोत्र से भी सिंचाई की उम्मीद खत्म हो गयी थी, लेकिन अब बरसात के चलते आगामी समय किसानों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं होगा.

पानी की मांग के लिए हालांकि यहां के किसान लम्बे समय से आंदोलन करते रहे हैं, लेकिन उनकी यह मांग कभी पूरी नहीं हो सकी. किसान हरियाणा में गुड़गांव कैनाल से यमुना जल की मांग कर रहे है. जिसके लिए किसानों ने समय-समय पर आंदोलन भी किए हैं.

भरतपुर. जिले के भुसावर इलाके में खासकर बाण गंगा नदी जो मौसमी है, वह करीब 20 वर्षों से सूखी पड़ी है, लेकिन विगत कई दिनों से हो रही लगातार बरसात के चलते इन सूखे बांध, नहर और नालों में पानी की आवक देख स्थानीय लोग खासकर किसान बेहद खुश है. वहीं, पानी की आवक से जल स्तर भी बढ़ेगा, जिससे आगामी रवि फसल की सिंचाई के लिए किसानों को उदास नहीं रहना पड़ेगा.

रेतीले नालों और नदी में पहली बार पानी की आवक

इस इलाके में जहां सिर्फ मिट्टी के टीले हैं, वहां किसानों के लिए पानी की कमी हमेशा एक समस्या बनी रहती है और फसलों की सिंचाई के लिए भी मशक्कत उठानी पड़ती है. साथ ही यहां के किसानों ने पानी की आवक की उम्मीद तो बिल्कुल ही खत्म कर दी थी. जिस तरह से लगातार हो रही बरसात के चलते यहां रविवार को पानी आया. वह किसानों के लिए एक अच्छा सन्देश लेकर आया है.

पढ़ेंः भाजपा की बैठक में वी सतीश की खरी-खरी, कहा- दिल की नहीं दल की सोच कर काम करें प्रभारी

जिले में नदी नहरों से पानी का स्रोत्र नहीं होने से यहां के किसान हमेशा सिंचाई के लिए चिंतित रहते है और फसलों की सिंचाई के लिए सिर्फ ट्यूबवेल ही एकमात्र जरिया है. मगर जलस्तर नीचे जाने के कारण उस स्रोत्र से भी सिंचाई की उम्मीद खत्म हो गयी थी, लेकिन अब बरसात के चलते आगामी समय किसानों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं होगा.

पानी की मांग के लिए हालांकि यहां के किसान लम्बे समय से आंदोलन करते रहे हैं, लेकिन उनकी यह मांग कभी पूरी नहीं हो सकी. किसान हरियाणा में गुड़गांव कैनाल से यमुना जल की मांग कर रहे है. जिसके लिए किसानों ने समय-समय पर आंदोलन भी किए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.