भरतपुर. कोरोना वायरस की चैन को तोड़ने के लिए देश में लॉकडाउन जारी है. जिसके कारण लोगों को राशन की समस्या पैदा हो रही है, हालांकि प्रशासन लोगों के घरों तक राशन पहुंचा रहा है. लेकिन अब भी कुछ लोग इस राहत सामग्री से अछूते हैं. इस बीच भरतपुर में आर्थिक तंगी के चलते एक बुजुर्ग महिला ने सुजान गंगा नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली. जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग मृतका के शव को नहर से बाहर निकलवाया. जिसके बाद शनिवार को शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया.
लॉकडाउन के रोजगार ठप्प
बता दें कि मृतका का बेटा मुगफली और बर्फ का ठेला लगाता है, लेकिन लॉकडाउन के बाद उनका रोजगार पूरी तरह से ठप्प हो गया. जिसके चलते उनके पास राशन की समस्या होने लगी. जिससे निजात पाने के लिए मृतका के बेटे नरेंद्र ने अपने रोश्तेदारों से कुछ पैसे जुटाए और जैसे-तैसे कर अपना गुजारा कर रहा है.
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नहर में मिला मां का शव
नरेंद्र ने बताया कि कोरोना की वजह से लॉकडाउन के बाद सब काम धंधा बंद हो गया और घर में रख राशन भी खत्म हो गया. जिसके बाद समाज से मदद मांगी और रिश्तेदारों से भी कुछ पैसे उधार लिए, लेकिन वह भी खत्म हो गए. जिसकी वजह से उनकी मां काफी टेंशन थी. वहीं नरेंद्र ने बताया कि उनकी मां शुक्रवार सुबह से ही घर से बाहर थी और शाम के समय पता लगा कि मां का शव सुजान गंगा नहर में मिला है.
समाजिक संस्ठा ने की मदद
इस मामले के बारे में भरतपुर के समाज सेवियों को पता लगा तो वे आगे आये और उन्होंने महिला के दाह संस्कार के लिए राशि दी. वहीं समाजसेवी ने बताया कि नरेंद्र के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह अपनी मां का अंतिम संस्कार कर सके. इस बात का पता चलते ही जय श्री बांके बिहारी सेवा समिति की तरफ से दाह संस्कार का पूरा खर्चा उठाया गया.