भरतपुर. भरतपुर शहर के एंबुलेंस चालकों ने चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा किया है. निजी एंबुलेंस चालकों का कहना है कि बाजार में ऑक्सीजन के दाम 10 गुना तक बढ़ गए हैं.
निजी एंबुलेंस चालक हरवीर सिंह और संजू सैनी ने बताया कि 15 दिन पहले तक छोटा सिलेंडर 100 रुपये में भरा जाता था. अब वही सिलेंडर भरने के 500 से 1000 रुपये तक वसूले जा रहे हैं. ऐसे में छोटी एंबुलेंस के चालकों ने ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाना बंद कर दिया है. जो चालक ऑक्सीजन सिलेंडर भरवा रहे हैं उन्होंने किराया महंगा कर दिया है. जिसका बोझ मरीज की जेब पर पड़ रहा है.
छोटी एम्बुलेंस नहीं ले रहीं गंभीर रेफरल मरीज - एंबुलेंस चालक रवि ने बताया कि भरतपुर में करीब 95 निजी एंबुलेंस संचालित हैं. ऑक्सीजन सिलेंडर महंगा होने की वजह से एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं ले रहे हैं. ऐसे में ये एंबुलेंस उन्हीं मरीजों के काम आ रही हैं जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है.
एंबुलेंस चालक रवि ने बताया कि सामान्य दिनों में किसी मरीज को जयपुर ले जाते थे तो एक छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर से मरीज आसानी से जयपुर के एसएमएस अस्पताल तक पहुंचा दिया जाता था. लेकिन अब हालात ये हो गए हैं कि गंभीर मरीज को जयपुर तक पहुंचाने के लिए करीब 3 ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में छोटी एम्बुलेंस चालक जयपुर के गंभीर मरीजों के आर्डर नहीं ले रहे हैं.
इंडस्ट्रियल एरिया का एक प्लांट अधिग्रहीत - गौरतलब है कि जिले भर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद प्रशासन ने इंडस्ट्रियल एरिया के एक प्लांट को अधिग्रहित कर लिया है. जिससे प्रशासन की देखरेख में आरबीएम जिला अस्पताल समेत निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. हालांकि निजी एंबुलेंस चालकों के लिए भी प्रशासन ने शुक्रवार देर शाम से गेटपास के माध्यम से ऑक्सीजन सिलेंडर भरने की व्यवस्था की है. जो कि सक्षम चिकित्साधिकारी जारी कर रहे हैं.
शुक्रवार देर शाम को भरतपुर में 102 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 877 पर पहुंच गई है. जबकि शुक्रवार को कोरोना से हुई एक और मौत के बाद कुल मृतकों की संख्या 127 हो गई है.