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अब बाबा हरिबोल ने गहलोत सरकार को दी चेतावनी- 15 अगस्त तक क्रेशर नहीं हटी तो कुछ भी कर सकते हैं

बाबा विजय दास के आत्मदाह के बाद अब बाबा हरिबोल ने गहलोत सरकार को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि (baba vijay das self immolation case ) अगर 15 अगस्त तक क्रेशर नहीं हटीं तो वे कुछ भी कर सकते हैं.

Baba Haribol warned Gehlot government
बाबा हरिबोल ने गहलोत सरकार को दी चेतावनी
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Published : Aug 8, 2022, 4:54 PM IST

भरतपुर. आदिबद्री धाम और कनकांचल में खनन के खिलाफ संतों का आंदोलन अभी ठंडा नहीं पड़ा है. बाबा विजय दास के आत्मदाह के बाद षोडशी के मौके पर बाबा हरि बोल दास ने राजस्थान सरकार को चेतावनी दी है. बाबा हरिबोल दास ने कहा है कि यदि 15 अगस्त तक दोनों पर्वतों को संरक्षित वन क्षेत्र घोषित और लीजों को निरस्त कर वहां से क्रेशर एवं मशीनों को नहीं हटाया गया, तो वो कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं.

पहाड़ी तहसील के ग्राम बांसवाड़ा में स्थित अपने आश्रम से हरि बोल बाबा ने राजस्थान सरकार को चेतावनी दी (Baba Haribol warned Gehlot government) है कि यदि 15 अगस्त तक उनकी यह मांग पूरी नहीं की गई तो वो कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं. साथ ही कहा कि बाबा विजयदास के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए वो किसी भी हद तक जा सकते हैं.

पढ़ें.संत विजयदास आत्मदाह: पूनिया ने गहलोत सरकार को घेरा तो शेखावत ने जाहिदा पर लगाए ये आरोप

वहीं, गोपेश कृष्ण दास बाबा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री और भारत सरकार के गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि (baba vijay das self immolation case) बाबा विजयदास की मृत्यु के कारणों की जांच सीबीआई से कराई जाए. अन्यथा कई अति महत्वपूर्ण तथ्य दबे रह जाएंगे, जिनका खुलासा होना बहुत जरूरी है. बाबा गोपेश ने स्थानीय नेताओं पर भी आरोप लगाया है कि उनके द्वारा साधु-संतों पर अभद्र टिप्पणी की जा रही है और इस पूरे संवेदनशील मामले को दबाने के लिए हरियाणा के खान माफियाओं के साथ साधु संतों की मिलीभगत का अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है, जिसे साधु संत कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.

इसको लेकर संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, आईजी गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर आलोक रंजन और एसपी श्याम सिंह ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि बाबा विजय दास के अधूरे पड़े सभी कार्यों को पूरा करने की प्रक्रिया की जा रही है. गौरतलब है कि संत विजय दास के आत्मदाह के बाद से भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है. रविवार को षोडशी में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण की.

भरतपुर. आदिबद्री धाम और कनकांचल में खनन के खिलाफ संतों का आंदोलन अभी ठंडा नहीं पड़ा है. बाबा विजय दास के आत्मदाह के बाद षोडशी के मौके पर बाबा हरि बोल दास ने राजस्थान सरकार को चेतावनी दी है. बाबा हरिबोल दास ने कहा है कि यदि 15 अगस्त तक दोनों पर्वतों को संरक्षित वन क्षेत्र घोषित और लीजों को निरस्त कर वहां से क्रेशर एवं मशीनों को नहीं हटाया गया, तो वो कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं.

पहाड़ी तहसील के ग्राम बांसवाड़ा में स्थित अपने आश्रम से हरि बोल बाबा ने राजस्थान सरकार को चेतावनी दी (Baba Haribol warned Gehlot government) है कि यदि 15 अगस्त तक उनकी यह मांग पूरी नहीं की गई तो वो कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं. साथ ही कहा कि बाबा विजयदास के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए वो किसी भी हद तक जा सकते हैं.

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वहीं, गोपेश कृष्ण दास बाबा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री और भारत सरकार के गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि (baba vijay das self immolation case) बाबा विजयदास की मृत्यु के कारणों की जांच सीबीआई से कराई जाए. अन्यथा कई अति महत्वपूर्ण तथ्य दबे रह जाएंगे, जिनका खुलासा होना बहुत जरूरी है. बाबा गोपेश ने स्थानीय नेताओं पर भी आरोप लगाया है कि उनके द्वारा साधु-संतों पर अभद्र टिप्पणी की जा रही है और इस पूरे संवेदनशील मामले को दबाने के लिए हरियाणा के खान माफियाओं के साथ साधु संतों की मिलीभगत का अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है, जिसे साधु संत कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.

इसको लेकर संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, आईजी गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर आलोक रंजन और एसपी श्याम सिंह ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि बाबा विजय दास के अधूरे पड़े सभी कार्यों को पूरा करने की प्रक्रिया की जा रही है. गौरतलब है कि संत विजय दास के आत्मदाह के बाद से भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है. रविवार को षोडशी में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण की.

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