अलवर. वैसे तो जिले में साल भर पानी की किल्लत रहती है. लेकिन गर्मी की शुरुआत के साथ ही पानी संकट भी बढ़ने लगता है. पानी की समस्या (Water crisis in Alwar) को लेकर महिलाओं ने जलदाय विभाग के अधिकारियों का रास्ता रोका (Women's protest against water crisis) और कार्यालय के गेट पर बैठकर जमकर हंगामा किया. महिलाओं ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक वे अपना धरना समाप्त नहीं करेंगी.
डिमांड का आधा सप्लाई होता है पानी: अलवर शहर में गर्मी के मौसम में पानी की डिमांड 90 एमएलडी के आसपास रहती है, जबकि जलदाय विभाग महज 40 से 45 एमएलडी पानी सप्लाई कर पाता है. लगातार ट्यूबवेल का खराब होने और पानी का डिस्चार्ज कम होने पर भी जलदाय विभाग प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. अलवर के करौली कुंड क्षेत्र में बीते एक महीने से पानी की समस्या हो रही है. आए दिन बोरिंग का मोटर खराब रहता है, जिससे सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है.
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परेशान महिलाएं मंगलवार को मनु मार्ग स्थित जलदाय विभाग के कार्यालय पहुंची और जमकर हंगामा किया. महिलाओं ने अधिकारियों का रास्ता रोका और जलदाय विभाग के गेट पर बैठकर जमकर हंगामा किया. उनका कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, धरना जारी रहेगा.
जलदाय विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पानी की किल्लत है, इसीलिए नए ट्यूबवेल खोदने का काम चल रहा है. जिले में 30 से ज्यादा ट्यूबवेल खोदे जा चुके हैं. इसके अलावा नए ट्यूबवेल खोदने की प्रक्रिया लगातार जारी है. जल्द ही शहर में टैंकर व्यवस्था भी शुरू कर दी जाएगी. इसके लिए प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया है. जिन क्षेत्रों में पानी की किल्लत रहती है, उन क्षेत्रों में टैंकर से पानी सप्लाई किया जाएगा.