अलवर. जेल की सुरक्षा पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं. हाल ही में राजस्थान के दो बड़े गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और लादेन आपस में वीडियो कॉल पर बात करते हुए नजर आ रहे हैं. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस मामले में पुलिस के आला अधिकारी और जेल प्रशासन ने चुप्पी साध ली है. इससे पहले भी दोनों बदमाशों की कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी हैं.
पढ़ें: दिलावर का बयान बम : 'नेहरू ने षड्यंत्रपूर्वक करवाई थी स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की हत्या...'
कुख्यात बदमाशों को अलग-अलग जेलों में रखने के बाद भी उनका मोबाइल कनेक्शन नहीं टूट रहा है. अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद पंजाब के गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और भरतपुर के सेवर जेल में बंद बहरोड़ (अलवर) के बदमाश विक्रम उर्फ लादेन का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें दोनों जेल के बैरक से मोबाइल पर वीडियो कॉल पर बातचीत करते हुए नजर आ रहे हैं. लॉरेंस बिश्नोई और लादेन कुछ समय पहले तक भतरपुर की सेवर जेल में एक साथ बंद थे. इस दौरान दोनों का जेल से एक फोटो भी वायरल हुआ था. इसके कुछ दिन बाद लॉरेंस को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया था.
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और पपला गुर्जर दोनों फिलहाल अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद हैं. लादेन और लॉरेंस दोनों की आपस में दोस्ती है. बहरोड़ का कुख्यात गैंगस्टर अशोक ठाकरिया फिलहाल टोंक जेल में है, लेकिन ठाकरिया लम्बे समय तक अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में रहा है और उसके लॉरेंस बिश्नोई से भी सम्बन्ध हैं. वहीं, अशोक ठाकरिया और विक्रम लादेन के बीच गहरी दुश्मनी है. ऐसे में बदमाशों के इस आपराधिक गठजोड़ से आगामी दिनों में अलवर में क्राइम का ग्राफ बढ़ सकता है. वहीं इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस के आला अधिकारी लगातार इस वीडियो की सत्यता की जांच कर रहे हैं.
वीडियो में क्या है खास
लॉरेंस बिश्नोई और लादेन के 30 सैकंड के वीडियो में बातचीत को दबाने के लिए वीडियो में एक गाना डाला गया है. वीडियो में विक्रम उर्फ लादेन के पीछे बैरक में दूसरे बंदी भी फर्श पर बिछे बिस्तर पर लेटकर मोबाइल चलाते नजर आ रहे हैं. हालांकि इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है कि यह वीडियो कितना पुराना है.
ईटीवी भारत कर चुका है कई बड़े खुलासे
अलवर जेल में मोबाइल के चल रहे खेल के अलावा पैसे के खेल को भी ईटीवी भारत ने उजागर किया था. किस तरह से बदमाशों को यहां रहने के लिए पैसे देने पड़ते हैं. बेहतर सेवाओं के लिए नंबरदार को मोटी रकम चुकानी पड़ती है. जेल में रहकर किस तरह से बदमाश मोबाइल, लैपटॉप सहित अन्य सामान काम में लेते हैं.