अलवर. जिले में इस बार लोगों की दिवाली फीकी रहेगी. दिल्ली एनसीआर में लगातार बढ़ रहे स्मॉग और प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के प्रभाव को देखते हुए सरकार की तरफ से अलवर सहित पूरे प्रदेश में इस बार पटाखों की बिक्री और पटाखे चलाने पर रोक लगाई जा सकती है. वहींं अलवर में प्रशासन की तरफ से स्थाई लाइसेंस पर भी रोक लगाई जा सकती है.
दिवाली के मौके पर पटाखों का खास महत्व होता है. दिवाली से कुछ दिन पहले ही पटाखों की आवाज आने लगती है. दिवाली के दिन लक्ष्मी गणेश जी के पूजन के बाद बच्चे महिलाएं पुरुष सभी मिलकर एक साथ पटाखे जलाते हैं. समय के साथ-साथ पटाखों के डिजाइन और बनावट में भी कई तरह के बदलाव हो गए हैं. देसी पटाखों के साथ चाइनीज पटाखे भी बाजार में खूब आने लगे है. लोग रॉकेट, चक्कर, अनार, फुलझड़ी, शॉट्स सहित कई तरह के पटाखों को खासा पसंद करते हैं. लगातार पटाखों की रेट में बढ़ोतरी देखने को मिल रही थी.
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दिवाली के मौके पर पटाखों का करोड़ों का कारोबार होता है. इससे हजारों लोगों को रोजगार भी मिलता है. अलवर की बात करें तो अलवर में 40 स्थाई लाइसेंस धारी फर्म है जो साल भर पटाखों का स्टॉक रखते हैं. साथ ही अलवर सहित आसपास के शहरों में सप्लाई करते हैं. बीते 2 सालों से अलवर सहित एनसीआर में पटाखों पर रोक लगाई गई थी. हालांकि प्रशासन की तरफ से अलवर में अस्थाई लाइसेंस जारी नहीं किए जाते हैं. स्थाई दुकानदार ही पटाखों की बिक्री करते हैं.
बीते साल प्रशासन की तरफ से कई गोदाम पर छापामारी करते हुए कार्रवाई की गई और माल और गोदाम को सील किया था. इस बार भी दिल्ली में लगातार बढ़ते स्मॉग को देखते हुए दिल्ली सहित एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. दूसरी तरफ कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राजस्थान में भी राज्य सरकार की तरफ से पटाखों की बिक्री और पटाखे चलाने पर रोक लगाने की तैयारी चल रही है. हालांकि प्रशासन की तरफ से अभी कोई आधिकारिक गाइडलाइन जारी नहीं की गई है, लेकिन अलवर प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अस्थाई लाइसेंस जारी नहीं किए जाएंगे.
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वहीं, पटाखे चलाने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ पटाखे कारोबारियों का कहना है कि हर साल की तरह स्थाई लाइसेंस जारी रहेंगे. इसके अलावा भी गाइडलाइन में बदलाव होने की उम्मीद है. अलवर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा की पटाखों पर रोक रहेगी. अस्थाई लाइसेंस नहीं जारी किए जाएंगे. पटाखे बेचने वाले और चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में देखना है कि आने वाले समय में किस तरह के हालात रहते हैं.