अलवर. कोरोना के प्रभाव को देखते हुए सरकार ने 3 मई तक पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया है. इस दौरान सरकार की तरफ से जरूरी सामान को छोड़कर, होटल, रेस्टोरेंट, मॉल, सिनेमा घर व बाजार को पूरी तरीके से बंद कर दिया है. प्रशासन की तरफ से सरकार के आदेशों की पालना कराई जा रही है. लगातार प्रतिष्ठानों को सील करने की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में मंगलवार को लॉकडाउन के दौरान खुलने वाले दो बड़े प्रतिष्ठानों के अलावा कई अन्य प्रतिष्ठानों को सील करने की प्रक्रिया हुई. प्रशासन ने कहा कि आगे भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी. साथ ही बड़ी संख्या में जुर्माना लगाने की कार्रवाई भी की गई है. आगे भी यह सख्ती जारी रहेगी.
अलवर में प्रशासन व पुलिस सख्त नजर आ रहा है. लगातार नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. जिले भर में अब तक 100 से अधिक प्रतिष्ठान सील किए गए हैं. साथ ही जुर्माने की कार्रवाई भी जारी है. शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में ब्लॉक स्तर पर भी लगातार यह प्रक्रिया जारी है. अलवर शहर में मंगलवार को भगत सिंह सर्किल पर डिपार्टमेंटल स्टोर सीज कर दिया. जिसकी सुबह से ही प्रशासन के पास शिकायतें थी कि स्टोर को गुपचुप खोलकर सामान बेचा जा रहा है. जबकि मंगलवार को पूरा बाजार बंद था.
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इसके बाद तूलेड़ा रोड पर राजेश मोटर को सीज किया गया. जहां बड़ी संख्या में कर्मचारी काम करते मिले. यही नहीं यहां गाइडलाइन का भी उल्लंघन होता मिला. इसी तरह जिले भर में कई जगहों पर कार्रवाई की गई है. इसके अलावा खेड़ली, रामगढ़, बहरोड़, नीमराना, भिवाड़ी, बानसूर, थानागाजी सहित जिले के सभी तहसील मुख्यालय पर लगातार एसडीएम तहसीलदार नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
अलवर के जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया कई बार चेता चुके हैं कि जिले में संक्रमण बेलगाम हो रहा है. अस्पतालों में बेड फुल हो रहे हैं. लोगों ने सावधानी नहीं बरती तो सबको मुश्किलें झेलनी पड़ सकती हैं. जिला कलेक्टर ने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जो लोग नियमों को तोड़ रहे हैं, उनके खिलाफ लगातार सख्ती की जा रही है. सरकार की तरफ से जिला कलेक्टर को सख्त कदम उठाने के अधिकार दे दिए गए हैं. इसके अलावा कोरोना के दौरान प्रतिष्ठान को कम से कम 7 दिन के लिए सील किया जाएगा.
दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन की तरफ से बिना मास्क के घूमने वाले लोगों के चालान काटे जा रहे हैं. साथ ही जुर्माने की प्रक्रिया भी चल रही है. पुलिस अधीक्षक जिला कलेक्टर खुद सड़क पर उतर कर जांच पड़ताल करते नजर आ रहे हैं. जिला कलेक्टर सीमाओं की जांच पड़ताल कर रहे हैं, तो वहीं पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम वाहनों की जांच पड़ताल कर रही हैं व व्यवस्थाओं का जायजा ले रही हैं.