अजमेर. शहर में पटवारियों ने 15 जनवरी से अतिरिक्त पटवार सर्किलों में कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. राज्य सरकार से राजस्थान पटवार संघ ने 3,600 ग्रेड पे की मांग की है. पटवार संघ के अजमेर के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार काम के बदले धाम की बात करती है. लंबे समय से पटवारी 3,600 ग्रेड पे की मांग कर रहे हैं. अब पटवारी सरकार से कहते हैं कि जितना दाम उतना काम किया जाएगा. जिले में पटवारियों ने अपनी लंबित 3,600 पे ग्रेड की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है.
राजस्थान पटवार संघ के अजमेर जिला अध्यक्ष विनोद रतनू ने बताया कि पटवारी अब अपनी मांग को लेकर आर पार की लड़ाई लड़ने को मजबूर हैं. इसके तहत पहले चरण में पटवारियों ने अपने सर्किल को छोड़कर अन्य सर्किलों में काम का बहिष्कार किया है. 15 जनवरी से पटवारी केवल अपने सर्किल का ही कार्य करेंगे.
रतनू ने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं को धरातल पर लागू करने में पटवारी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पटवारी एक अल्प वेतनभोगी कर्मचारी है और राजस्थान पटवार संघ वेतन सुधार के लिए सालों से विभिन्न स्तरों पर अपनी मांग सरकार तक पहुंचाता रहा है. सरकार और राजस्थान पटवार संघ के मध्य अनेक बार इस संबंध में समझौते भी हुए हैं. पिछला समझौता 28 अप्रैल 2018 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हो चुका है, लेकिन अभी तक वेतन सुधार के संबंध में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है.
उन्होंने बताया कि राजस्थान पटवार संघ विगत 1 साल से लगातार विज्ञापनों के माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंचाता रहा है. राजस्थान पटवार संघ की ओर से 3 सूत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन के माध्यम से सीएम अशोक गहलोत को भेजा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने राजस्थान पटवार संघ की मांग को पूरा नहीं किया तो पटवारी संपूर्ण कार्य बहिष्कार करने को मजबूर होंगे.
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राजस्थान पटवार संघ की ये हैं मांगें
- पटवारी की वेतन विसंगति और वेतन सुधार के लिए पूर्व में हुए समझौतों और पटवारी के कार्य की बहु आयामी राजस्व, प्रशासनिक और तकनीकी प्रकृति के मध्य नजर ग्रेड पे 3,600 ( पे लेवल - 10 ) करते हुए पटवारी पद को तकनीकी अधिसूचित किया जाए.
- ए.सी.पी योजना अंतर्गत 9,18,27 वर्ष की सेवा अवधि के स्थान पर 7,14,21,28 और 32 साल की सेवा अवधि पूर्ण करने पर चयनित वेतनमान का लाभ देते हुए पदोन्नति पद का वेतनमान दिया जाए.
- नो वर्क नो पे का आदेश निरस्त करते हुए कोटा संभाग और सवाई माधोपुर के पटवारियों के वेतन का भुगतान किया जाए. संगठन के साथ पूर्व में हुए समझौतों और समय-समय पर प्रेक्षित विज्ञापनों का सकारात्मक निस्तारण किया जाए.