अलवर. सरिस्का में आए दिन बाघ के शिकार होने और शिकारियों की हलचल की जानकारी मिलती है. बीते साल 4 बाघों की मौत के मामले सामने आए थे. ऐसे में लगातार बाघों पर खतरा बना रहता है. इसी बीच 9 सितंबर के बाद से सरिस्का में बाघ एसटी 20 और 21 की कोई जानकारी नहीं मिल रही थी. दोनों के पगमार्क नहीं मिले थे और कैमरे में भी बाघ नहीं आ रहे थे. ऐसे में वन विभाग और सरिस्का प्रशासन की परेशानी बढ़ गई थी. जिसके बाद कई टीमें बनाकर 24 घंटे बाघ की मॉनिटरिंग की जा रही थी.
वहीं सारिस्का क्षेत्र में कैमरों की संख्या बढ़ाई गई. इस दौरान कैमरा में दोनों बाघ कैद हुए. बाघ ST20 की फोटो अकबरपुर रेंज के सुकुला डावली वन क्षेत्र में आई है. यह फोटो 23 सितंबर की बताई जा रही है. बाघ मॉनिटरिंग टीम ने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी. जिसके बाद फोटो की पहचान कराई गई. इस वजह से बाघ एसटी 21 की फोटो सारुंडा धड़क के वन क्षेत्र में कैद हुई. यह फोटो 24 सितंबर की बताई गई है.
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दोनों बाघ अलग अलग हो गए हैं. दोनों युवा बताए जा रहे हैं. कुछ महीने पहले अपनी मां बाघिन से यह अलग हुए थे. जिसके बाद से दोनों साथ साथ घूम रहे थे. 9 सितंबर के बाद से दोनों बाघों की राइटिंग में कैमरा ट्रैप फोटो नहीं मिल रही थी. ऐसे में प्रशासन की परेशानी बढ़ गई. बाघों की मॉनिटरिंग टीम लगातार उनकी तलाश में जुटी हुई थी. फिलहाल सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग की जा रही है.