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बांधों के आस-पास के क्षेत्र से हटाया जाएगा अतिक्रमण, प्रशासन ने तैयार किया प्लान

अलवर में लगातार पानी की कमी हो रही है. वहीं, क्षेत्र के कई बांधों पर अतिक्रमण किया गया है जिसके कारण बांध में पानी आने पर समस्या होती है. वहीं, प्रशासन ने बांध के भराव क्षेत्र और आस-पास क्षेत्र में होने वाले अवैध अतिक्रमण को हटाने का फैसला लिया है. जिसे जल्द ही हटाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी.

अलवर की ताजा हिंदी खबरें, Irrigation Department , अतिक्रमण हटाने की तैयारी
बांधों के आस-पास से हटाया जाएगा अतिक्रमण
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Published : Jan 12, 2021, 8:34 PM IST

अलवर. जिले में लगातार पानी की कमी हो रही है. जिले में 129 बांध हैं, लेकिन 22 बांध सिंचाई विभाग के पास हैं. जबकि अन्य बांध पंचायत क्षेत्र में है. सिंचाई विभाग के पास बड़े बांध है. इन बांधों में बारिश के समय पहले की तुलना में कम पानी आता है. ऐसे में प्रशासन ने बांध के भराव क्षेत्र और आस-पास क्षेत्र में होने वाले अवैध अतिक्रमण को हटाने का फैसला लिया है. इसके तहत अतिक्रमण चिन्हित कर लिए गए हैं. जल्द ही इनको हटाने की कार्रवाई की जाएगी.

बांधों के आस-पास से हटाया जाएगा अतिक्रमण

अलवर में सिलीसेढ़ बांध, जयसमंद, मंगलसर सहित 12 बड़े बांध है. जो सिंचाई विभाग के अधीन आते हैं. इसके अलावा 109 बांध पंचायत क्षेत्र में है. ये बांध छोटे बांध हैं. बड़े बांधों के आस-पास बड़ी संख्या में लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. सिलीसेढ़ क्षेत्र में सबसे ज्यादा अतिक्रमण देखने को मिल रहा है. यहां लोगों ने होटल, रेस्टोरेंट, दुकान, मकान सहित कई तरह के भवन बना लिए हैं. जिसके चलते सिलीसेढ़ बांध में पानी नहीं पहुंच पाता है.

इसके अलावा भराव क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में होटल में रेस्टोरेंट बन गए हैं. लंबे समय से इन को हटाने वो बांधों को अतिक्रमण मुक्त करने की बात चल रही है, लेकिन अब तक प्रशासन की तरफ से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया. हाल ही में जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की तैयारी की है. इसके तहत सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अतिक्रमण को चिन्हित किया है. जिसकी रिपोर्ट प्रशासन को दे दी गई है.

पढ़ें- अलवर: चेयरमैन के बेटों पर हमला करने का मामला, 3 दिन में नहीं पकड़े गए आरोपी तो होगा आंदोलन

विभाग के अधिकारियों ने कहा कि शुरुआत में सभी को नोटिस भेजा गया है. उसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी. बांधों के आस-पास अतिक्रमण हटने से बांध में पानी आएगा. साथ ही बांधों की नहर साफ होगी और भराव क्षेत्र की सफाई हो पाएगी. इसके अलावा भी कई नहरे भी साफ होने का काम भी चलेगा.

विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सबसे ज्यादा अतिक्रमण अलवर के सिलीसेढ़ बांध के आस-पास है. जिसको चिन्हित कर जल्दी ही हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. अलवर का सिलीसेढ़ बांध पर्यटन दृष्टि से सबसे बड़ा और सुंदर बांध है. यहां साल भर हजारों लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं. सिलीसेढ़ बांध में वोटिंग होती है. अरावली की गोद में बसा बांध अपनी सुंदरता के लिए देश-विदेश में विशेष पहचान रखता है. इसके साथ ही जयसमंद, मंगलसर, मानसरोवर सहित बड़ी संख्या में बांध लगातार अपनी पहचान खो रहे हैं. ऐसे में प्रशासन में विभाग के इस प्रयास के सकारात्मक परिणाम नजर आएंगे.

अलवर. जिले में लगातार पानी की कमी हो रही है. जिले में 129 बांध हैं, लेकिन 22 बांध सिंचाई विभाग के पास हैं. जबकि अन्य बांध पंचायत क्षेत्र में है. सिंचाई विभाग के पास बड़े बांध है. इन बांधों में बारिश के समय पहले की तुलना में कम पानी आता है. ऐसे में प्रशासन ने बांध के भराव क्षेत्र और आस-पास क्षेत्र में होने वाले अवैध अतिक्रमण को हटाने का फैसला लिया है. इसके तहत अतिक्रमण चिन्हित कर लिए गए हैं. जल्द ही इनको हटाने की कार्रवाई की जाएगी.

बांधों के आस-पास से हटाया जाएगा अतिक्रमण

अलवर में सिलीसेढ़ बांध, जयसमंद, मंगलसर सहित 12 बड़े बांध है. जो सिंचाई विभाग के अधीन आते हैं. इसके अलावा 109 बांध पंचायत क्षेत्र में है. ये बांध छोटे बांध हैं. बड़े बांधों के आस-पास बड़ी संख्या में लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. सिलीसेढ़ क्षेत्र में सबसे ज्यादा अतिक्रमण देखने को मिल रहा है. यहां लोगों ने होटल, रेस्टोरेंट, दुकान, मकान सहित कई तरह के भवन बना लिए हैं. जिसके चलते सिलीसेढ़ बांध में पानी नहीं पहुंच पाता है.

इसके अलावा भराव क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में होटल में रेस्टोरेंट बन गए हैं. लंबे समय से इन को हटाने वो बांधों को अतिक्रमण मुक्त करने की बात चल रही है, लेकिन अब तक प्रशासन की तरफ से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया. हाल ही में जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की तैयारी की है. इसके तहत सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अतिक्रमण को चिन्हित किया है. जिसकी रिपोर्ट प्रशासन को दे दी गई है.

पढ़ें- अलवर: चेयरमैन के बेटों पर हमला करने का मामला, 3 दिन में नहीं पकड़े गए आरोपी तो होगा आंदोलन

विभाग के अधिकारियों ने कहा कि शुरुआत में सभी को नोटिस भेजा गया है. उसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी. बांधों के आस-पास अतिक्रमण हटने से बांध में पानी आएगा. साथ ही बांधों की नहर साफ होगी और भराव क्षेत्र की सफाई हो पाएगी. इसके अलावा भी कई नहरे भी साफ होने का काम भी चलेगा.

विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सबसे ज्यादा अतिक्रमण अलवर के सिलीसेढ़ बांध के आस-पास है. जिसको चिन्हित कर जल्दी ही हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. अलवर का सिलीसेढ़ बांध पर्यटन दृष्टि से सबसे बड़ा और सुंदर बांध है. यहां साल भर हजारों लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं. सिलीसेढ़ बांध में वोटिंग होती है. अरावली की गोद में बसा बांध अपनी सुंदरता के लिए देश-विदेश में विशेष पहचान रखता है. इसके साथ ही जयसमंद, मंगलसर, मानसरोवर सहित बड़ी संख्या में बांध लगातार अपनी पहचान खो रहे हैं. ऐसे में प्रशासन में विभाग के इस प्रयास के सकारात्मक परिणाम नजर आएंगे.

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