अलवर. बहरोड़ विधायक ने एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि किसानों के विद्युत कनेक्शन में सरकार की ओर से सब्सिडी का पैसा कनेक्शन धारक के बैंक खाते में पहुंचाया जाता है. इस बदलाव से किसान के घर में बच्चों के बीच विवाद होने लगे हैं. बिजली कनेक्शन बाप-दादा के नाम चल रहे हैं. कई घरों में तो जिनके नाम कनेक्शन है, उनकी कई सालों पहले मौत हो चुकी है.
लेकिन, उनके बच्चे रह रहे हैं. ऐसे में उन लोगों के खाते में सब्सिडी नहीं आती है. बिजली कनेक्शन भी ट्रांसफर नहीं होता है. बिजली कनेक्शन ट्रांसफर कराने के लिए किसान को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. सरकार की इस योजना से फायदा मिलने की जगह परेशानी खड़ी हो गई है. विद्युत कनेक्शन ट्रांसफर कराने के नाम पर परिवारों में विवाद हो गए हैं.
वहीं, सब्सिडी को लेकर भी परेशानी खड़ी हो गई है. ऐसे में कृषि कनेक्शनों पर मिलने वाली सब्सिडी सीधे बिजली के बिल से कट कर आनी चाहिए, जिससे किसान को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. उन्होंने कहा कि इस समस्या से मैंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया था. उस समय कुछ माह तक किसानों को राहत मिली थी. लेकिन, उसके बाद फिर से सब्सिडी बैंक खातों में आने लगी. हालांकि, विधायक लगातार विधानसभा सत्रों में भी यह मांग उठा रहे हैं. बावजूद इसके अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. सरकार को धरातल स्तर पर जाकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए.