अलवर: बाघिन एसटी-10 का शावक पिछले महीने की 23 तारीख से लापता था. सरिस्का प्रशासन की चिंता बढ़ रही थी. शावक अपनी मां बाघिन एसटी-10 से दूर होकर अपनी नई टैरेटरी बनाने के लिए गुम हो गया था. आखिरकार सरिस्का प्रशासन को 27 दिन बाद यानी 19 जुलाई को रात सवा ग्यारह बजे के करीब बीणक जंगल में एक कैमरे में फुटेज मिलने से सरिस्का प्रशासन ने राहत की सांस ली है.
इस क्षेत्र में वन विभाग ने 40 कैमरे लगाए थे. सरिस्का की करीब 15 टीम शावक को ढूंढने में लगी हुई थी. शावक ने 27 दिनों तक जंगल का भ्रमण किया. अलवर बफर तक घूमकर वापस बीणक जंगल को अपना घर बनाया है, जो अकबरपुर रेंज में आता है.
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दरअसल एसटी-10 के शावक के पगमार्क नहीं मिल रहे थे. कैमरे में फुटेज भी नहीं आ रहे थे. जबकि बाघिन के पगमार्क मिल रहे थे. सरिस्का प्रशासन में शावक के लापता होने से हड़कंप मचा गया था. लिहाजा शावक को तलाशने के लिए टीमें बनाई गईं.
शनिवार दोपहर बाद बाघिन के शावकों को खोजने में जुटी टीम को सफलता मिली. शावक के पगमार्क मिलने के बाद सरिस्का प्रशासन ने राहत की सांस ली है. अब लगातार सरिस्का की टीम शावक की मॉनिटरिंग कर रही है. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा है कि मां से अलग होने के बाद शावक अपनी नई टेरिटरी बना रहा है.