अलवर. शहर में लॉक डाउन के बाद भी लगातार कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. प्रतिदिन एक हजार से अधिक नए मरीज सामने आ रहे हैं. मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को परेशान कर दिया है. जहां सोमवार को 1104 नए संक्रमित मिले हैं, जबकि 15 लोगों की मौत हुई है. जिले में एक्टिव केस 10389 हो गए हैं.
अलवर में कोरोना बेकाबू हो चुका है, जिले में प्रशासन ने 20 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए हैं. इन क्षेत्रों में मोबिलिटी जीरो की गई है. उसके बाद भी जिले में तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है. संक्रमण की रफ्तार ने सभी को परेशान कर दिया है. सोमवार को अलवर शहर में 294, मालाखेड़ा में 128, किशनगढ़बास, रामगढ़ और राजगढ़ में 75-75, लक्ष्मणगढ़ में 70, रैणी में 68, मुंडावर में 54, शाहजहांपुर में 43, बानसूर में 41, खेड़ली में 37, तिजारा में 32, भिवाड़ी में 31, बहरोड़ और थानागाजी में 30-30 और कोटकासिम में 21 नए संक्रमित मिले हैं.
जिले में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 31,454 हो गई है, जबकि अलवर शहर में पॉजिटिव का आंकड़ा 10,072 हो गया है. मई के 17 दिनों में जिले में 15,672 और अलवर शहर में 4905 कोरोना केस मिल चुके हैं. चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को 804 मरीजो को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया.
नए मरीजों की संख्या की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा कम है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अभी गांव में जांच पड़ताल पूरी तरह से शुरू नहीं की गई है. गांव में हालात ज्यादा खराब है. कोरोना का संक्रमण पूरी तरह से फैल चुका है. हर घर में लोग बीमार हैं. समय पर जांच-पड़ताल नहीं होने के उपचार की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों की जान जा रही है.
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अभी जिले में एक्टिव 10,389 में से 9225 मरीजों का होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है, जबकि 1005 मरीज सरकारी और निजी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल और 168 मरीज डेडिकेटेड कोविड हैल्थ सेंटरों में भर्ती हैं. इनमें से 693 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट, 164 आईसीयू, 85 वेंटीलेटर सपोर्ट और 231 आइसोलेशन बेड पर हैं. सरकारी और निजी अस्पतालों में डेढ़ पूरी तरह से फुल हैं. मरीजों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल रही हैं. बेड के लिए लोग एक जगह से दूसरी जगह परेशान हो रहे हैं.