अलवर. पूर्व मंत्री डॉ रोहिताश्व शर्मा ने भाजपा की ओर से भेजे नोटिस का जवाब गुरुवार को भेज दिया है. उन्होंने नोटिस का जवाब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, महामंत्री भजनलाल शर्मा, संगठन महामंत्री को भेजा है.
साथ ही नोटिस के जवाब की कॉपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, पार्टी नेता ओम माथुर को भी भेजा है. रोहिताश्व शर्मा ने बताया कि नोटिस का जवाब देने का समय शुक्रवार (9 जुलाई) तक का था. लेकिन तय समय से एक दिन पहले ही जवाब भेज दिया है.
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पार्टी सूत्रों के मुताबिक डॉ रोहिताश्व शर्मा की ओर से भेजे गए जवाब में उन्होंने कहा कि वो भाजपा के कार्यकर्ता हैं और उन्हें भाजपा के कार्यकर्ता पद से कोई नहीं हटा सकता. उन्होंने जवाब कहा कि 'मेरे कार्यकर्ता होने का अधिकार कोई नहीं छीन सकता, वैसे भी मैंने अपनी बात पार्टी फोरम पर वर्चुअल मीटिंग में रखी थी'. जवाब में उन्होंने कहा है कि यदि पार्टी के प्रति उनकी वफादारी को किसी ने नजर अंदाज किया तो वे न्याय के लिए लंबी लड़ाई लड़ने को भी तैयार हैं. रोहिताश्व शर्मा पहले भी कई बार कह चुके हैं कि वो पार्टी के कार्यकर्ता हैं. पार्टी उनकी मां है वो अपनी मां के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे. हालांकि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सहित पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के खिलाफ जमकर हमला बोला था और लगातार विवादों में बने रहे.
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बताते दें कि भाजपा की तरफ से बीते दिनों रोहिताश्व शर्मा को नोटिस दिया गया था. जिसके बाद रोहिताश शर्मा उग्र नजर आए. उन्होंने पार्टी के नेताओं के खिलाफ जमकर हमला बोला. साथ ही वसुंधरा को राजस्थान में भाजपा का सबसे बड़ा नेता बताया था. उन्होंने कहा था कि राजस्थान में वसुंधरा के अलावा मुख्यमंत्री का और कोई दावेदार नहीं है. पार्टी को उनको लाना होगा, वो जनता का चेहरा हैं. रोहिताश शर्मा के कई ऑडियो व वीडियो वायरल हुए थे. जिनमें वो वसुंधरा राजे को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताते हुए नजर आए थे. रोहिताश्व शर्मा की ओर से की गई बयानबाजी के बाद पार्टी की ओर से उन्हें नोटिस जारी किया गया था.