अलवर. अरावली विहार थाने में तैनात एएसआई रामजीत गुर्जर के खिलाफ 34 वर्षीय महिला ने महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. महिला ने एएसआई पर शादी का झांसा देकर बलात्कार करने, लिविंग रिलेशनशिप में रहने, अश्लील फोटो पर वीडियो बनाने और परिजनों को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था. पीड़िता का आरोप था कि आरोपी ढाई साल से लगातार उसके साथ रह रहा था और दुष्कर्म कर रहा था.
इसके बाद महिला थाना पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए दो टीमें बनाई. दोनों टीमों को अलग-अलग जगह भेजा गया. लेकिन, 6 मार्च से आरोपी फरार चल रहा था. इस बीच एएसआई रामजीत को न्यायालय से अग्रिम जमानत मिल गई है. महिला थाने के थाना प्रभारी चौथमल ने बताया कि कोर्ट ने आरोपी को पुलिस के समक्ष अनुसंधान के लिए उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, आरोपी एएसआई को गवाहों को किसी भी प्रकार का प्रलोभन नहीं देने और बिना अनुमति अलवर नहीं छोड़ने के लिए पाबंद किया है.
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एएसआई के खिलाफ 2 मार्च को मुकदमा दर्ज हुआ था. एफआईआर दर्ज होने के बाद एसपी ने रामजीत को लाइन हाजिर कर दिया, लेकिन बाद में उसे निलंबित किया गया. थाना अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया है. पुलिस उसके मोबाइल नंबर को ट्रेस कर उसकी तलाश कर रही है. एक टीम उसके पैतृक गांव कामां भेजी गई है. वहीं, आरोपी एएसआई के खिलाफ महिला से दुष्कर्म का मामला साबित हो चुका है. आरोपी को अनुसंधान के बाद गिरफ्तार किया जाएगा. शुरुआत से पुलिस पर आरोपी को बचाने के आरोप लग रहे हैं. इस संबंध में पुलिस के आला अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है. कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है.