अलवर. जिले के मालाखेड़ा थाना पुलिस ने नकबजनी करने वाली भील गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं. ये गैंग ऊंट पर सवार होकर खेतों में रखवाली के नाम पर ठहरते थे और दिन में गांव में रेकी करने के बाद रात में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. वारदात के बाद गैंग के सदस्य जगह बदल लेते थे.
पुलिस की पूछताछ के बाद आरोपियों ने एक दर्जन से अधिक वारदात करना कबूल किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से मालाखेड़ा क्षेत्र में 3 अगस्त को चोरी किया गया सामान ओर जेवरात बरामद किया है. पुलिस ने बताया कि 3 अगस्त को पप्पू राम ने मालाखेड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके मकान के प्रथम मंजिल पर बने कमरे का ताला तोड़कर अज्ञात चोर लाखों रुपए के जेवरात और नकदी चोरी कर ले गए. पुलिस ने जांच करते हुए 2 संदिग्ध मोबाइल नम्बर के आधार पर साइक्लोन सेल की सहायता से ट्रेस किया गया.
इसके बाद विशेष टीम ने जिले के अन्य पुलिस थानो में गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की. जिससे संदिग्ध चिह्नित किए गए. पुलिस ने पिछले 3 महीने में थाना राजगढ़, लक्ष्मणगढ़, उद्योगनगर, भरतपुर जिले में दिन में रेकी करके रात में हुई चोरियों के बारे में जानकारी एकत्रित की. इस जांच के बाद पता चला कि भील और बावरिया समाज के बदमाश डेरे डालकर सुनसान जगह में गांवों के आस-पास रहते हैं.
खेतों की रखवाली का बाहना करके दिन में रेकी करते और सुनसान मकानों मे वारदात करते हैं. इस पर पुलिस ने डेरे डालकर रहने वाले व्यक्तियों की जानकारी हासिल की. बाद में पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर नंगली राजावत के पास नदी की पाल पर डेरा डाल कर रह रहे धर्मी भील, गीता उर्फ संतोष, कलावती उर्फ कल्लू, अनीता उर्फ काकड़ी को थाने लेकर आए और पूछताछ की. ढाकपुरी गांव में इस गैंग के सदस्यों रुपसिह उर्फ जीतु, विजय उर्फ कालू, हनुमान, विक्रम को गिरफ्तार किया.
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एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि मालाखेड़ा क्षेत्र में चोरी की वारदात करने वाले भील और बावरिया गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं. आरोपियों के कब्जे से चोरी का सामान और जेवरात बरामद किए गए हैं. पूछताछ में आरोपियों ने 1 दर्जन से अधिक मकानों में चोरी करने की वारदात कबूल की है. आरोपी गैंग के सदस्य खेतों की रखवाली करने के नाम पर गांव के आसपास जाकर डेरा डालकर रहते थे. दिन में रेकी के बाद रात में चोरी करते थे.