अलवर. जिले में शिक्षा विभाग की तरफ से शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई करने का मामला सामने आया है. जिले में लंबे समय से नौकरी से गायब चल रहे 19 शिक्षकों को विभाग की तरफ से बर्खास्त किया गया है.
अलवर प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 19 शिक्षक 2002 से लगातार गायक चल रहे थे. इन शिक्षकों ने शिक्षा विभाग को कोई सूचना भी नहीं दी थी. कई बार विभाग की तरफ से इन शिक्षकों से संपर्क साधने का प्रयास किया गया, लेकिन उसके बाद भी शिक्षकों ने विभाग को कोई जवाब नहीं दिया. ऐसे में शिक्षा विभाग ने समाचार पत्रों के माध्यम से सभी शिक्षकों को नोटिस जारी किए. नोटिस का जवाब नहीं आने पर 19 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.
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बता दें कि ये सभी शिक्षक पंचायती राज के अधीन आते हैं. सभी शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त करने की जानकारी भी विभिन्न माध्यमों से जारी कर दी गई है. इसमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय चनिया का आवास की शिक्षिका सरोज अग्रवाल 2 जुलाई 2009 से लगातार अनुपस्थित चल रही हैं. राजकीय प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर की शिक्षिका शांता शर्मा 14 अक्टूबर 2006 से अनुपस्थित चल रही हैं. राजकीय प्राथमिक विद्यालय धर्मपुरा की शिक्षिका अंजना मित्तल 29 अगस्त से लगातार अनुपस्थित चल रही हैं.
ये भी हुए बर्खास्त...
इसी तरह से राजकीय प्राथमिक विद्यालय चोलाई तिजारा से शिक्षिका ममता कुमारी 24 फरवरी 2009 से, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मूनपुर मेवात की शिक्षिका सविता यादव, राजकीय विद्यालय त्यागियो की ढाणी की शिक्षिका सुमन बाई, राजकीय प्राथमिक विद्यालय खोहर के शिक्षक रोहतास, राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुरिया वाली से शिक्षक रामकला यादव, राजकीय प्राथमिक विद्यालय डोटाना तिजारा की शिक्षिका प्रीति शर्मा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय हल्दीना की शिक्षिका राजबाला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिरयानी की शिक्षिका ममता, राजकीय प्राथमिक विद्यालय स्क्रीन की ज्योति गुप्ता लगातार गायब चल रही थीं.
वहीं, नाडु स्कूल की अध्यापिका सविता मीणा और खानपुर में वाद की निधि बोर्ड होरा पीपली स्कूल की अंकिता गुड़ा और स्कूल की सीमा मौर्य लंबे समय से गायब चल रही थीं.