कलबुर्गी (कर्नाटक): कलबुर्गी जिले की मदबुला पुलिस ने बीमा के पैसे के लिए अपने ही पिता की हत्या करने के आरोप में एक बेटे समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पीड़ित का नाम कलिंगराय बताया जा रहा है. गिरफ्तार किए गए लोगों में कलिंगराय के बेटे सतीश के साथ तीन अन्य आरोपी अरुण, युवराज और राकेश शामिल हैं.
क्या हुआ: पुलिस के मुताबिक कलिंगराय कलबुर्गी शहर की आदर्श कॉलोनी में अपने घर में रहता था. उसके तीन बच्चे हैं. इनमें उसका बेटा सतीश उसी कॉलोनी में होटल चलाता था. सतीश ने घर बनाने और बहनों की शादी के लिए काफी कर्ज लिया था. सतीश की अरुण से दोस्ती हो गई थी, जो रोजाना होटल में आता था.
सतीश ने अपने कर्ज की बात अरुण से शेयर की. तब अरुण ने सुझाव दिया कि तुम अपने पिता के नाम पर दो बीमा पॉलिसियां ले लो. इसके मुताबिक सतीश ने अपने पिता के नाम पर 22 लाख और 5 लाख रुपये की दो बीमा पॉलिसियां ले ली थीं.
बाद में अरुण ने हत्या का प्लान बनाया. अरुण ने सतीश को कहा का कि 3 लाख रुपये में उसके पिता की हत्या को दुर्घटना की तरह दिखाया जा सकता है. इस बात पर सहमत होकर सतीश पिछले साल 8 जुलाई को अपने पिता कलिंगराय को आदर्श नगर से बेन्नूर गांव यह कहकर बाइक पर ले गया था कि उस पर कर्ज है.
उसने बेन्नूर क्रॉस के पास पेशाब करने का बहाना करके बाइक रोकी थी. बाद में कुछ लोगों ने बाइक के पास खड़े कलिंगराय पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया. इससे कलिंगराय का काफी खून बह गया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पिता के पास आए सतीश ने अरुण के हाथ से पत्थर उनके सिर पर मारा था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था.
इसके बाद सतीश सीधे मदबुला थाने पहुंचा और कहा कि जब हम बाइक चला रहे थे, तो किसी ने हमें ट्रैक्टर से टक्कर मार दी और मेरे पिता कलिंगराय की मौत हो गई, और उसने झूठी कहानी सुनाई. सतीश की बातों पर विश्वास करके मदबुला पुलिस ने जांच शुरू की. सतीश ने 10 लाख रुपए जमा कराए थे. हत्या की योजना बनाने वाले अरुण के साथ उसकी मां के फोनपे खाते से बीमा क्लेम से मिले 5 लाख रुपए में से 3 लाख रुपए निकाले.
हालांकि, जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सतीश ने विरोधाभासी बयान दिया. इसी बीच पुलिस को अरुण के खाते में 3 लाख रुपए जमा होने की जानकारी मिली और बाद में उससे पूछताछ की गई. पुलिस के सामने जब सतीश ने हत्या की बात कबूल की तो सच्चाई सामने आ गई.
जिला पुलिस अधीक्षक अद्दुर श्रीनिवासुलु ने बताया कि हमने युवराज और राकेश को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने कलिंगराय को ट्रैक्टर से रौंदा था. उनके बेटे सतीश ने श्रीराम फाइनेंस से कलिंगराय के नाम पर बीमा कराया था. इससे उन्हें 5 लाख रुपए मिले थे. उसमें से 3 लाख अरुण को दिए गए और 2 लाख इस्तेमाल किए गए.
हालांकि, सतीश पर अभी भी अरुण के 2 लाख बकाया हैं. उसमें से उसने 50 हजार दे दिए थे. उसने कुल साढ़े तीन लाख रुपए दिए थे. उसने कलिंगराय के नाम पर एक और स्वास्थ्य बीमा कराया था. बीमा कंपनी ने कहा था कि जांच रिपोर्ट चार्जशीट के रूप में पेश होने के बाद वह बीमा राशि का भुगतान करेगी. पुलिस ने बताया कि चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 27 हजार नकद और एक ट्रैक्टर जब्त किया गया है.
कलिंगराय ने कड़ी मेहनत करके अपने बच्चों का भरण-पोषण किया था. आदर्श नगर में होटल चलाने वाले सतीश ने भारी कर्ज लिया था. कर्ज चुकाने में असमर्थ होने पर उसने घर भी बेच दिया था, ऐसा मारे गए कलिंगराय के परिजनों ने बताया.एसपी अद्दुर श्रीनिवासुलु ने शाहबाद के डीएसपी शंकर गौड़ा, मदाबुल थाने के पीएसआई और स्टाफ को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया है.