अलवर. राजस्थान में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज अलवर में मिल रहे हैं. अलवर के हालात तेजी से खराब हो रहे हैं. शहर में पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों में 70 प्रतिशत लोग शहर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रहते हैं. इसलिए जिला कलेक्टर ने शहर कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार से 14 दिनों का लॉकडाउन लगाया है.
लॉकडाउन के पहले दिन गुरुवार को शहर की तरफ आने वाले रास्तों पर लोगों की खासी भीड़ नजर आई. वहीं लोग पुलिसकर्मियों से उलझते हुए दिखाई दिए. पुलिस की तरफ से 65 से 70 जगहों पर बेरिकेडिंग करते हुए रास्तों को बंद किया गया है. इसके अलावा इस पूरी व्यवस्था में ढाई सौ से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
बता दें कि, लॉकडाउन में पुलिस प्रशासन की तरफ से सख्ती बढ़ती जा रही है. लॉगडाउन क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बाहर जाने की अनुमति नहीं है. वहीं बाहर के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को लॉकडाउन क्षेत्र में अनुमति नहीं दी गई है. हालांकि, दूध, राशन, मिठाई की दुकान और पतंग की दुकानें सुबह 7 बजे से 11बजे तक खुल सकती हैं. इस दौरान सभी को लॉकडाउन के नियमों का पालन करना होगा.
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लॉकडाउन को लेकर अलवर जिला कलेक्टर आनंदी ने कहा कि, शुरुआत में किसी भी काम के दौरान थोड़ी परेशानी आती है. लेकिन आने वाले दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि, लोगों के किसी भी तरह की लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. जो लोग होम क्वॉरेंटाइन का पालन नहीं कर रहे हैं, उनको कॉविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाएगा. ऐसे लोगों की सूचना कोई भी व्यक्ति प्रशासन के कंट्रोल रूम पर दे सकता है. उसकी जानकारी गुप्त रखी जाएगी. शहर की तरफ आने वाले सभी मार्गों पर सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ नजर आई. वहीं लोग गलियों से निकलते हुए भी दिखाई दिए.