अजमेर. संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में शुक्रवार को वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया गया. इस मौके पर अस्पताल के आउटडोर के बाहर जुटे फार्मासिस्टों ने मरीजों और उनके परिजनों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया. साथ ही पोस्टर का विमोचन किया गया. पोस्टर विमोचन के कार्यक्रम में जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीर बहादुर सिंह एवं अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर अनिल जैन भी मौजूद रहे. इस अवसर पर फार्मासिस्ट ने अस्पताल में रिक्त पदों को भरने और फार्मासिस्ट का कैडर बनाने की भी मांग की.
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गौरतलब है कि 25 सितंबर को विश्व में फार्मासिस्ट डे मनाया जाता है. वर्तमान एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति में फार्मासिस्ट की उपयोगिता सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है. मरीज को लिखी जाने वाली दवा को कब और किस प्रकार से लेना है. दवा के फायदे और नुकसान क्या हैं. ये चिकित्सक नहीं, बल्कि फार्मासिस्ट मरीजों को बताते हैं. फार्मासिस्ट मरीज एवं चिकित्सक के बीच की सर्वाधिक महत्वपूर्ण कड़ी माने जाते हैं. मरीज को दवा फार्मासिस्ट की सलाह के बिना नहीं लेनी चाहिए. लेकिन, फार्मेसिस्ट की जगह दवा की दुकानों पर काम करने वाले लोग ही सलाह दे देते हैं. ऐसे में फार्मेसिस्ट का सही फायदा, मरीजों को नहीं मिल पाता है. जेएलएन अस्पताल में करीब 27 फार्मासिस्ट हैं, जबकि अस्पताल के आउटडोर के मद्दनजर 70 फार्मासिस्ट होने चाहिए.
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फार्मासिस्ट डॉ. विष्णुकांता ने बताया कि फार्मासिस्ट डे के मौके पर आमजन को फार्मासिस्ट की उपयोगिता बताने के उद्देश्य से पोस्टर का विमोचन किया गया है. उन्होंने बताया कि सभी फार्मेसिस्ट ने मिलकर अस्पताल को एक फ्रिज भेंट किया है. साथ ही मरीजों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेद काढ़े का भी वितरण किया गया है. वहीं, फार्मासिस्ट शिवम गोयल ने बताया कि अस्पताल में फार्मासिस्ट के काफी रिक्त पद हैं साथ ही फार्मासिस्ट का कैडर भी नहीं है. अभी तक फार्मासिस्ट एक ही पद से सेवानिवृत्त होते आए हैं. फार्मासिस्ट ने कैडर बनाने की राज्य सरकार से मांग की है. साथ ही उन्होंने बताया कि इसके लिए फार्मासिस्ट ने मुख्यमंत्री के नाम पोस्ट कार्ड भी भेजे हैं.