नसीराबाद (अजमेर). देश और दुनिया में इंटरनेट के माध्यम से सोशल मिडिया से संदेशों के आदान– प्रदान का प्रभावी जाल बिखरा हुआ है. मगर संदेशों सहित अन्य सेवाओं के लिए आज भी डाकघर की विश्वनीय सेवाओं को दरकिनार नहीं किया जा सकता.
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के चलते जहां आम जीवन और यातायात परिवहन की रफ्तार थम गई है. इसका असर कई आवश्यक कार्यों के साथ कस्बे के नजदीक स्थित क्षेत्र के भारत सरकार के उपक्रम प्रधान डाक घर में भी दिख रहा है.
लॉकडाउन के कारण पत्र, पार्सल, रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट की बुकिंग और डिस्पैच की व्यवस्था भी प्रभावित हो गई है. क्योंकि डाक आने-जाने का सिलसिला थम गया. लेकिन प्रधान डाकघर में संयुक्त बैंक की व्यवस्था काउंटर खुला रहने से लेन-देन का कार्य निर्बाध रूप से चल रहा हैं. इसके अलावा बचत खाता, एफडी मासिक आय खाता सहित कई कार्य सुचारू रूप से चल रहे हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने जब प्रधान डाकघर का जायजा लिया तो वहां पर भी लॉकडाउन का असर देखने को मिला. जहां डाकघर में आम दिनों में भारी भीड़ नजर आती थी. मगर लॉकडाउन के कारण सन्नाटा पसरा हुआ था. यहां एक खिड़की के माध्यम से सभी कार्यों को अंजाम दिया जा रहा था. डाकघर कार्मिक पोस्ट मास्टर डीके चौधरी की मौजूदगी में तैनात रहे अपने कार्यों में जुटे हुए थे तथा एक-दो लोग ही अपने कार्यवश वहां नजर आए.
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पोस्ट मास्टर डीके चौधरी ने आमजन से आग्रह किया कि सरकार ने लॉकडाउन के जो मापदंड अपनाने के निर्देश दिए हैं उनकी पालना करते हुए स्वच्छता रखे और सोशल डिस्टेंस बनाए रखें. चौधरी ने बताया कि लॉकडाउन के मध्य नजर सुकन्या, पीपीएफ और एसएसए योजना धारकों को आगामी 20 जून तक डिफाल्ट से मुक्त रखा गया है. साथ ही आमजन को परेशानी नहीं हो. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का विशेष रूप से ध्यान रखा जा रहा है.