अजमेर. कोटा के जेकेलोन अस्पताल में अचानक हुए 9 नवजात शिशुओं की मौतों के मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता वासुदेव देवनानी ने चिकित्सा मंत्री को आड़े हाथों लिया. देवनानी ने कहा कि जेकेलोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में आठ घंटे में 9 बच्चों की मौत हो जाना चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को नेचुरल लगता है. चिकित्सा मंत्री का ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान ना केवल अपनी जिम्मेदारी से भागने वाला है, बल्कि दोषी चिकित्सा अधिकारियों को बचाने वाला भी है.
देवनानी ने कहा कि सरकार और चिकित्सा महकमे की घोर लापरवाही के चलते पिछले साल कोटा के जेकेलोन हॉस्पिटल में 35 दिन में 107 बच्चों की मौत हो चुकी है. एक साल बाद भी अस्पताल के हालाल वैसे ही खस्ता बने हुए है. बीमार बच्चों के अभिभावक ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर्स से बच्चों को संभालने का आग्रह करते रहते हैं, लेकिन उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगती.
अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही के कारण उत्पन्न हुए हालातों का ही परिणाम है कि दो दिन पहले महज आठ घंटे में नौ नवजात बच्चों को मौत का सामना करना पड़ा जबकि मंत्री शर्मा ने ऐसा कौनसा राजनीतिक चश्मा पहन रखा है, जो इतनी अव्यवस्थाओं से हुई मौत के मामले भी उन्हें नेच्युरल दिखाई पड़ रहे हैं. तो क्या वे पिछले साल की भांति इस साल भी सौ से अधिक बच्चों के मरने का इंतजार कर रहे है, हालांकि उनका बयान तो कुछ ऐसा ही बयां कर रहा है.
देवनानी ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार सत्ता संभालने के साथ से ही आम जनता को स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा पाने में नाकाम रही है. कांग्रेस सरकार केवल दो साल में ही पूरी तरह से फेल हो चुकी है. सरकार सिर्फ प्रदेश की जनता को गुमराह करने के अलावा कुछ नहीं कर रही है. राज्य में कांगे्रस सरकार नहीं झूठी सरकार है जिसकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.
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उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ ने मांगो को लेकर किया विरोध-प्रदर्शन
नसीराबाद के ब्यावर मार्ग स्थित रेलवे स्टेशन पर उत्तर पश्चिमी रेलवे मजदूर संघ के कर्मचारियों ने दिन-प्रतिदिन बढ़ती समस्याओ और 3 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. उत्तर पश्चिमी रेलवे मजदूर संघ के नसीराबाद शाखा सचिव सुभाष चंद मीणा ने बताया कि ट्रैक मेंटेनर कर्मचारियों की शीतकालीन पेट्रोलिंग 12 किलोमीटर तक सीमित की जाए, कर्मचारियों को विंटर जैकेट, हेलमेट, एलईडी, टॉर्च और आधुनिक उपकरण तत्काल उपलब्ध कराए जाए.