अजमेर. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक अधेड़ व्यक्ति ने अपने घर में परिजनों की अनुपस्थिति (Ajmer Suicide Case) में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना का पता तब चला, जब परिजन घर वापस लौटे. बताया जा रहा है कि व्यक्ति आरपीएससी में सहायक सचिव के पद पर कार्यरत था. उसके घर से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है, लेकिन निजी बातों के चलते पुलिस ने मीडिया के साथ नोट साझा नहीं किया है.
सर्कल ऑफिसर छवि शर्मा ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र में बाबू नगर निवासी 58 वर्षीय अजय कपूर का शव उसके घर पर फंदे से लटका हुआ मिला. अजय कपूर परिवार के साथ मंगलवार को जयपुर गया था, जहां से वो अकेला बुधवार को अजमेर लौटा था. जबकि उसके परिजन जयपुर ही रुक गए थे. अजय कपूर आरपीएससी में कर्मचारी था और कुछ दिनों पहले ही उसका प्रमोशन भी हुआ था. गुरुवार को जब परिजन घर लौटे तब अजय कपूर कमरे में फंदे से लटके थे. परिजनों ने तत्काल पुलिस को मामले की सूचना दी.
पुलिस की मौजूदगी में शव को फंदे से उतार कर जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया है. उन्होंने बताया कि मामला संदिग्ध नहीं है, लेकिन परिजनों की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा कि वो शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाएंगे या सामान्य तरीके से. उन्होंने बताया कि नाक से खून आना अक्सर फांसी के मामलों में देखा जाता है. सीओ छवी शर्मा ने बताया कि अजय कपूर ने दो दुपट्टों से फंदा लगाकर सुसाइड किया है. पोस्टमार्टम और एफएसएल जांच से ही ब्लीडिंग के कारणों का पता चलेगा. ज्यादा देर तक फंदे से शरीर लटका रहने से शरीर नीला पड़ने लगता है.
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घटना स्थल से मिला सुसाइड नोट : सीओ छवि शर्मा ने बताया कि घटना स्थल से सुसाइड नोट मिला है. लेकिन उसमें आत्महत्या का कोई कारण नहीं बताया गया है. उसमें अजय कपूर ने पर्सनल बातें और अपनी इच्छाएं लिखी हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. हालांकि, पुलिस ने सुसाइड नोट को सार्वजनिक नहीं किया है. उन्होंने बताया कि घटना के समय घर में केवल एक किराएदार मौजूद था, जो एक विद्यार्थी है. आखिरी बार अजय कपूर के लिए उसने ही दरवाजा खोला था.