अजमेर. रीट परीक्षा 2022 की आवेदन की तिथि को लेकर विभिन्न जिलों से आए अभ्यर्थियों ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय परिसर में जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. अभ्यार्थियों का आरोप है कि आवेदन की अंतिम तिथि से तीन दिन पहले ही चालान जनरेट करने की तिथि घोषित कर दी गई, जिससे अभ्यार्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई. इसी कारण से अभ्यार्थी अपना चालन जनरेट नहीं कर पाए.
बोर्ड सचिव ने नही दिए सकारात्मक जवाब: अभ्यार्थियों का कहना है कि आवेदन की अंतिम तिथि 23 मई थी. वहीं, 19 मई को हि चालान जनरेट करने की तिथी घोषित कर दी गई. अभ्यार्थियों ने बताया कि सर्वर डाउन होने की वजह से कई अभ्यर्थियों के चालन जनरेट नही हो पाए, अब एसे में अभ्यर्थी वंचित हो जाएंगे. अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि बोर्ड सचिव से भी उन्होंने मुलाकात कर आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन बोर्ड सचिव ने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया. अभ्यार्थियों ने बताया कि वह शुक्रवार से ही अजमेर में (REET Aspirants protested in Ajmer) हैं और रीट परीक्षा 2022 के आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
अभ्यर्थी हो जाएंगे ओवर ऐज : अभ्यर्थियों का कहना है कि बोर्ड यदि रीट परीक्षा 2022 के आवेदन की तिथि 2 दिन भी बढ़ाता है तो इससे उन अभ्यार्थी जो कई वर्षों से रीट की तौयारी कर रहे हैं, उनको फायदा होगा. उन्होंने कहा कि आवेदन की तिथि नहीं बढ़ाई गई तो कई अभ्यर्थी ओवर ऐज हो जाएंगे और उनका भविष्य खराब हो जाएगा. बोर्ड अभ्यर्थियों ने भविष्य को देखते हुए आवेदन की तिथि को बढ़ाए जाने की मांग को रखतो हुए कहा है कि जब तक आवेदन की तिथि नही बढ़ाई जाएगी तब तक (REET Aspirants protested in Ajmer) अभ्यार्थियों का आंदोलन जारी रहेगा.
रीट परीक्षा के अभ्यर्थी भी प्रदर्शन में शामिल: रीट परीक्षा 2021 के अभ्यर्थी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं. अभ्यार्थियों ने बताया कि बोर्ड परीक्षा की ओर से आवेदन की अंतिम तिथि 23 तारीख तक निर्धारित की गई थी. ऐसे में अभ्यर्थीयों ने असमंजस में रहकर 23 तारीख को फॉर्म भरा, लेकिन चालान जनरेट नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि रद्द हुई परीक्षा के कारण सबका शुल्क पहले से ही जमा. अभ्यर्थियों का कहना है कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षाएं में आवेदन की अंतिम तिथि और चालान जनरेट करने की अंतिम तिथि बराबर होती है. लेकिन रीट परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि से तीन दिन पहले ही चालान जनरेट कर अभ्यर्थियों को असमंजस में डाल दिया. बोर्ड से एक टूक जवाब मिलने के बाद अभ्यर्थी जयपुर में शिक्षा मंत्री से गुहार लगाने का मानस बना रहे है.