अजमेर. कोरोना महामारी के चलते किये गए लॉकडाउन के दौरान जिले में फंसे यूपी के प्रवासी श्रमिकों को भेजने की तैयारियां की जा रही है. हालांकि राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार यूपी प्रवासी श्रमिक ईःमित्र से अपना पंजीयन करवा चुके है. जिले से 5 हजार यूपी श्रमिक पंजीकृत है और अपने घर लौटने का इंतजार कर रहे है.
ऐसे में शनिवार को ईःमित्र पर पंजीकृत श्रमिकों को फोन करके आधार कार्ड के साथ पटेल स्टेडियम में नगर निगम ने बुलवाया था. 500 से ज्यादा यूपी प्रवासी श्रमिक आधार कार्ड लेकर ही नहीं बल्कि अपना सारा सामान लेकर पटेल स्टेडियम पहुंच गए. यूपी प्रवासी श्रमिकों का कहना है कि उन्हें फोन पर सामान सहित आने के लिए कहा गया था और कहा गया था, कि शनिवार को 2 बजे उठकर ट्रेन है.
यूपी प्रवासी श्रमिकों का आरोप है, कि ट्रेन 17 और 18 मई को जाएगी और उन्हें शनिवार को ही सामान के साथ-साथ बच्चों को बुला लिया गया है. अब यहां ना रहने की व्यवस्था है और ना खाने की.
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अजमेर से 2 ट्रेन होगीं रवाना...
वहीं, नगर निगम और अजमेर विकास प्राधिकरण के संयुक्त प्रयासों से शहरी क्षेत्र के प्रवासी श्रमिकों को भेजने के संयुक्त प्रयास हो रहे है. लेकिन आपस में संवाद की कमी प्रवासी श्रमिकों के लिए मुसीबत बन रही है. नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने बताया, कि कानपुर और झांसी के लिए 17 और 18 मई को अजमेर से दो ट्रेन है.
अजमेर जिले में 5 हजार यूपी के प्रवासी श्रमिकों ने ईःमित्र पर पंजीयन करवाया था. नगर निगम ने उन्हें आधार कार्ड के साथ बुलाया था. इनमें से 500 सौ करीब यूपी के प्रवासी श्रमिक शनिवार को पहुंचे हैं, जिनकी सूची तैयार की जा रही है. इन्हें स्क्रीनिंग के बाद 17 और 18 मई को ट्रेन से रवाना किया जाएगा.