ETV Bharat / city

अजमेर के 10 परीक्षा केंद्रों पर संपन्न हुई NEET की परीक्षा, कोविड गाइडलाइन के तहत हुए Exam

अजमेर में रविवार को नीट की परीक्षा का आयोजन किया गया. इस दौरान सभी अभ्यर्थियों से कोविड गाइडलाइन की पालना करवाई गई. वहीं, इस परीक्षा के लिए अजमेर में 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे.

Ajmer news, अजमेर समाचार
कोविड गाइडलाइन के तहत संपन्न हुई NEET की परीक्षा
author img

By

Published : Sep 13, 2020, 9:51 PM IST

अजमेर. मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए रविवार को नीट की परीक्षा का आयोजन किया गया. कोरोना संक्रमण के चलते विद्यार्थियों की परीक्षा केंद्रों पर थर्मल स्कैनिंग के साथ सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई. रविवार को दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के तत्वावधान में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट का आयोजन हुआ. देश भर में 16 लाख से ज्यादा विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए. वहीं, इसके लिए राजस्थान के अजमेर, उदयपुर, जयपुर, कोटा, जोधपुर और बीकानेर में कुल मिलाकर 269 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे.

कोविड गाइडलाइन के तहत संपन्न हुई NEET की परीक्षा

वहीं, अजमेर में बनाए गए 14 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 10 हजार परीक्षार्थियों ने भाग लिए. परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी 3 घंटे पहले पहुंचे और 11 बजे परीक्षा केंद्रों के गेट खोले गए. इसके बाद कोरोना की गाइडलाइन के तहत छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए एक-एक कर के परिसर में प्रवेश दिया गया. प्रवेश से पूर्व छात्रों के दस्तावेज देखे, जिसके बाद सभी को आटोमैटिक मशीन से सैनिटाइज किया गया. इसके बाद मेटल डिटेक्टर से तलाशी भी ली गयी. वहीं, परीक्षार्थियों के लिए ड्रेस कोड की पालना को लेकर के भी निर्देश जारी किए गए थे, उसी के तहत परीक्षा केंद्रों में आने की अनुमति दी गई.

पढ़ें- जबलपुर के लिए अजमेर से स्पेशल ट्रेन रवाना, यात्रियों के चेहरे खिले

नीट की ओर से कोविड-19 को लेकर जारी की गई एडवाइजरी के तहत ही परीक्षा के दौरान हर वे महत्व कदम उठाए गए, जिससे कि अभ्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाया जाए. वहीं, परीक्षा केंद्र में थर्मल स्कैनर से विद्यार्थियों का दो बार तापमान जांचा गया. केंद्र पर एक-एक छात्र के प्रवेश पत्र, पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच हुई. शिक्षकों द्वारा किसी भी दस्तावेजों को हाथ नहीं लगाया गया. गेट पर तापमान जांचने के बाद आवंटित कमरे के बाहर तापमान जांचा गया. वहीं, परीक्षा देने वाले सभी छात्रों ने मास्क के साथ ग्लब्स और सैनिटाइजर लिए हुए थे.

अभिभावकों का कहना था कि 3 घंटे पहले बुलाकर बच्चों को दहशत में लाया गया और परीक्षा केंद्र के बाहर किसी भी तरह के खड़े होने की और पानी की व्यवस्था नहीं की गई. साथ ही कहा कि धूप में खड़े होने के कारण बच्चे का तापमान बढ़ जाता है और उसे कहीं दिक्कत ना हो जाए. वहीं, कुछ अभिभावकों ने व्यवस्थाओं की तारीफ भी की. साथ ही परीक्षा देने आए छात्रों में खुशी का माहौल देखने को मिला. कुछ ने तो पेपर को सरल बताया और जल्द परिणाम जारी करने की उम्मीद जताई.

अजमेर. मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए रविवार को नीट की परीक्षा का आयोजन किया गया. कोरोना संक्रमण के चलते विद्यार्थियों की परीक्षा केंद्रों पर थर्मल स्कैनिंग के साथ सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई. रविवार को दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के तत्वावधान में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट का आयोजन हुआ. देश भर में 16 लाख से ज्यादा विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए. वहीं, इसके लिए राजस्थान के अजमेर, उदयपुर, जयपुर, कोटा, जोधपुर और बीकानेर में कुल मिलाकर 269 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे.

कोविड गाइडलाइन के तहत संपन्न हुई NEET की परीक्षा

वहीं, अजमेर में बनाए गए 14 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 10 हजार परीक्षार्थियों ने भाग लिए. परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी 3 घंटे पहले पहुंचे और 11 बजे परीक्षा केंद्रों के गेट खोले गए. इसके बाद कोरोना की गाइडलाइन के तहत छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए एक-एक कर के परिसर में प्रवेश दिया गया. प्रवेश से पूर्व छात्रों के दस्तावेज देखे, जिसके बाद सभी को आटोमैटिक मशीन से सैनिटाइज किया गया. इसके बाद मेटल डिटेक्टर से तलाशी भी ली गयी. वहीं, परीक्षार्थियों के लिए ड्रेस कोड की पालना को लेकर के भी निर्देश जारी किए गए थे, उसी के तहत परीक्षा केंद्रों में आने की अनुमति दी गई.

पढ़ें- जबलपुर के लिए अजमेर से स्पेशल ट्रेन रवाना, यात्रियों के चेहरे खिले

नीट की ओर से कोविड-19 को लेकर जारी की गई एडवाइजरी के तहत ही परीक्षा के दौरान हर वे महत्व कदम उठाए गए, जिससे कि अभ्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाया जाए. वहीं, परीक्षा केंद्र में थर्मल स्कैनर से विद्यार्थियों का दो बार तापमान जांचा गया. केंद्र पर एक-एक छात्र के प्रवेश पत्र, पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच हुई. शिक्षकों द्वारा किसी भी दस्तावेजों को हाथ नहीं लगाया गया. गेट पर तापमान जांचने के बाद आवंटित कमरे के बाहर तापमान जांचा गया. वहीं, परीक्षा देने वाले सभी छात्रों ने मास्क के साथ ग्लब्स और सैनिटाइजर लिए हुए थे.

अभिभावकों का कहना था कि 3 घंटे पहले बुलाकर बच्चों को दहशत में लाया गया और परीक्षा केंद्र के बाहर किसी भी तरह के खड़े होने की और पानी की व्यवस्था नहीं की गई. साथ ही कहा कि धूप में खड़े होने के कारण बच्चे का तापमान बढ़ जाता है और उसे कहीं दिक्कत ना हो जाए. वहीं, कुछ अभिभावकों ने व्यवस्थाओं की तारीफ भी की. साथ ही परीक्षा देने आए छात्रों में खुशी का माहौल देखने को मिला. कुछ ने तो पेपर को सरल बताया और जल्द परिणाम जारी करने की उम्मीद जताई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.