अजमेर. कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता प्रशासन विभाग के शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट के तहत जन उपयोगिता वाले कार्यों को प्राथमिकता से दिया जाए.
साथ ही कहा कि जिन कार्यों की उपयोगिता नहीं है उन्हें हटाया भी जा सकता है. प्रत्येक कार्य का थर्ड पार्टी निरीक्षण भी आवश्यक रूप से कराया जाए. उन्होंने शहर की यातायात समस्या समाधान के लिए बनाए जा रहे एलिवेटेड रोड के कार्य में गति लाने और कार्य गुणवत्ता पूर्ण करने के भी निर्देश दिए हैं.
अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के साथ पक्षपात के सवाल पर देथा ने कहा कि प्रोजेक्ट 2014 में बना था. दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के साथ पक्षपात हुआ है उन्हें यह नहीं मालूम प्रोजेक्ट को देख कर ही वह बता पाएंगे. बता दें कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में उत्तर विधानसभा क्षेत्र के 13 वार्डों को विकास के लिए चुना है. जबकि इनमें से एक भी वार्ड दक्षिण विधानसभा का नहीं है.
कांग्रेस पार्षद ने लगाए पक्षपात के आरोप
दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्षद द्रोपदी देवी का आरोप है कि भाजपा सरकार में राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी और अनिता भदेल के आपसी विवाद की वजह से दक्षिण विधानसभा क्षेत्र को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में पक्षपात भुगतना पड़ रहा है. उनका कहना है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में हो रहे विकास की भागीदारी दक्षिण विधानसभा क्षेत्र को भी मिलनी चाहिए. द्रोपदी देवी ने देथा को ज्ञापन देकर मांग की है.
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दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हो रहे पक्षपात पर देथा भी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए. जनउपयोगी कार्यों की बात कर रहे हैं तो क्या जनउपयोगी कार्य से दक्षिण विधानसभा क्षेत्र को अजमेर स्मार्ट सिटी के बराबर खड़ा कर देंगे. बता दें कि देथा ने जो भी भविष्य में होने वाले विकास कार्य की गिनवाए हैं वह सब उत्तर विधानसभा क्षेत्र में होने हैं.
बैठक में इन एजेंडों पर चर्चा
बैठक में बैठाने शहर में पार्किंग समस्या समाधान के लिए मल्टीलेवल कार पार्किंग के लिए शीघ्र स्थान का चयन करने शहर में पांच स्थानों को चिन्हित किए जाने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए उपखंड अधिकारी आयुक्त नगर निगम जिला पुलिस अधीक्षक आपस में तय कर स्थलों का चयन करेंगे. उन्होंने शहर के हेरिटेज स्थलों जिनमें बारादरी ढाई दिन का झोपड़ा का जनाधार कर उनका मूल स्वरूप बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.
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साथ ही शहर के विभिन्न पार्कों तथा चौराहों साइंस एवं टेक्नोलॉजी पार्क के साथ ही सीवेज जैसे कार्य को भी प्रमुखता से लेने के लिए कहा है. बैठक में देखा ने सीवेज के कार्य को शहर की आवश्यकता बताया है और इसे शीघ्र पूर्ण किए जाने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के फंड के साथ-साथ अन्य स्त्रोतों से फंड की व्यवस्था किए जाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है.
इसके अलावा विवेकानंद स्मारक को अच्छे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए इसकी डीपीआर शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए हैं. वहीं स्मारक के नजदीक ही नाले के पानी को रोककर चेकडैम भी बनाने, शहर की प्रमुख सड़कों के विकास और उन्हें चौड़ा करने, बारिश के बाद सड़कों की मरम्मत कार्य पर भी उन्होंने जोड़ दिया है. शहर में रोड लाइट को एलईडी में कन्वर्ट करना, मसाला चौक के रूप में फूड कोर्ट स्थापित करना शहर के प्रमुख नालों की मरम्मत रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने खेल गतिविधियों के विकास अग्निशमन वाहनों की खरीद के संबंध में भी बैठक में विचार विमर्श किया गया है.
इसी तरह शहर में सड़कों के विकास के लिए वैकल्पिक मार्ग के प्रस्ताव तैयार करने सिटी बसों को अधिक जनउपयोगी बनाने पर भी अधिकारियों से चर्चा हुई है. बैठक में अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के पीएमसी की ज्योति का अनुमोदन भी लिया गया है. बैठक में अजमेर नगर निगम के मेयर धर्मेंद्र गहलोत, नगर निगम की आयुक्त चिन्मयी गोपाल, उपखंड अधिकारी आर्तिका शुक्ला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.