अजमेर. जिले में सभी धर्म गुरुओं ने प्रशासन के 'नो मास्क नो एंट्री' अभियान का समर्थन किया है. धर्मगुरुओं ने अपने-अपने वीडियो भी अनुयायियों के लिए जारी किए हैं. इस संदर्भ में सर्व धर्म मैत्री संघ के बैनर तले सभी धर्मो के धर्मगुरुओं ने जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से मुलाकात की. धर्मगुरुओं ने धार्मिक स्थलों पर 'नो मास्क नो एंट्री' की पालना करवाने में प्रशासन का सहयोग करने के लिए कहा है.
राजस्थान सरकार के कोरोना जागरूकता अभियान के तहत अजमेर जिला प्रशासन के 'नो मास्क नो एंट्री' अभियान जारी किया है. इस अभियान को सभी धर्मों के गुरुओं का समर्थन मिला है. धर्म गुरु धार्मिक स्थलों पर 'नो मास्क नो एंट्री' अभियान की पालना करवाएंगे. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अनुयायियों को अपना वीडियो भेजकर मास्क लगाने के लिए आग्रह भी करेंगे. इतना ही नहीं सभी धर्म गुरुओं ने अपने वीडियो जिला कलेक्टर को पैन ड्राइव में भी दिए हैं, ताकि अभियान में उनके जागरूकता वाले वीडियो को एलईडी के माध्यम से दिखाया जाए सके.
पुष्कर चित्रकूट धाम के महंत गिरीश पाठक ने बताया कि कोरोना महामारी की कोई दवा नहीं बनी है. ऐसे में संक्रमण से बचने के लिए मास्क ही उपाय है. उन्होंने बताया कि सभी धर्म गुरुओं ने मिलकर तय किया है कि जिला प्रशासन को सहयोग देते हुए 'नो मास्क नो एंट्री' की पालना सभी धार्मिक स्थलों पर करवाई जाएगी.
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ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के दीवान के साहबजादे सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए मास्क जरूर लगाएं. उन्होंने कहा कि सभी अनुयायियों को सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो भेज कर यह आग्रह किया जा रहा है कि वह घर से बिना मास्क लगाए बाहर ना निकले मार्च को अपने जीवन का अहम हिस्सा मान लें और घर में भी सामूहिक रूप से अगर बैठे तो मास्क अवश्य लगाएं.