अजमेर. अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ की अजमेर जिला शाखा ने सीएम के नाम कलेक्टर को मांग पत्र सौंप कर कोरोना महामारी में ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों को मेडिकल किट, मास्क, सैनिटाइजर और मेडिकल सुविधा देने की मांग उठाई है. अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के जिला अध्यक्ष विनोद रतनू ने बताया कि कोरोना महामारी में ड्यूटी पर लगे सभी वर्ग के कर्मचारियों को मेडिकल किट सैनिटाइजर वह मेडिकल उपकरण और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं.
उन्होंने कहा कि राजस्थान के सभी विभागों के कर्मचारी और सभी संवर्ग के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर परिवार की जान की चिंता किए बिना जनहित में महामारी के संक्रमण काल में ड्यूटी दे रहे हैं. इनमें मेडिकल स्टाफ कॉलेज, पटवारी, गिरदावर, ग्राम विकास अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक, मंत्रालयिक कर्मचारी, अकाउंट कर्मचारी, सूचना सहायक, ड्राइवर, सहायक कर्मचारी, वन विभाग, बैंकिंग कर्मचारी, एलआईसी रेलवे विभाग व अन्य विभागों के कर्मचारियों को इस महामारी के दौरान किसी भी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं की गई है.
कर्मचारी अपने स्तर से ही व्यवस्था करके ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं. इनमें से कई कर्मचारियों का टीकाकरण तक नहीं हुआ है. रतनू ने कहा कि कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए. लेकिन साथ ही उन्हें सुविधाएं भी उपलब्ध हों ताकि कर्मचारी अपनी ड्यूटी को सही तरीके से सुरक्षित रहकर अंजाम दे सकें. राजस्थान कानूनगो संघ के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी में फ्रंटलाइन पर ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों की सुरक्षा का दायित्व सरकार का है. मेडिकल सुविधाएं नहीं मिलने की वजह से कर्मचारियों के साथ उनके परिवार जन को भी संक्रमण रहने का खतरा रहता है.
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के टीकाकरण तो हुए हैं. लेकिन उनके परिवारवालों का टीकाकरण नहीं हुआ है. ऐसे में कर्मचारियों को अपने परिवार की भी चिंता रहती है. ज्ञापन में मांग की गई कि कोरोना की रोकथाम के लिए जारी टीकाकरण अभियान के दौरान उप स्वास्थ्य केंद्रों और वार्ड वाइज टीकाकरण वैक्सीनेशन में नगर निगम के सफाई कर्मियों की ड्यूटी भी लगाए जाए और मरीजों के टीकाकरण के बाद ग्लव्स, सिरिंज और मेडिकल के काम में आने वाली रूई सहित कई प्रकार का मेडिकल कचरा इधर-उधर बिखरा रहता है. जिसकी सफाई नहीं होने से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है.