अजमेर. शहर में विभिन्न स्थानों पर लगे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 10 एटीएम बूथों पर मशीनों से छेड़छाड़ कर लगभग 13 लाख 74 हजार चोरी करने का मामला सामने आया है, इस संबंध में SBI बैंक एटीएम बूथों को संचालित करने वाली जयपुर की टी.एस.आई कंपनी ने जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप से शिकायत करने के बाद धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज कराए हैं.
पहला मामला अलवर गेट थाने पर दर्ज करवाया गया है जबकि अन्य पुलिस थानों पर मुकदमे दर्ज कराने की कवायद शुरु हो चुकी है. टी.एस.आई कंपनी के अजमेर प्रभारी रवि कुमार सहाय ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में करीब 148 एटीएम बूथों का संचालन उनकी कंपनी द्वारा किया जा रहा है.
जिसमें एटीएम बूथों पर लगी मशीनों में रुपए डालने व उनका रखरखाव करने की सारी जिम्मेदारी कंपनी को निभानी पड़ती है, इसके अलावा अजमेर शहर में भी SBI के एटीएम बूथों का संचालन कंपनी ही करती है. वहीं इन बूथों पर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में बैंक ने ग्राहकों को उनकी क्षति भरपाई कर दी है, लेकिन जयपुर में एटीएम बूथों पर लगी मशीनों के द्वारा ट्रांजैक्शन की रिकॉर्डिंग खंगाली तो उक्त चोरी पकड़ में आ गई.
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नवंबर 2019 से अब तक 148 ट्रांजैक्शन हुए...
कंपनी प्रभारी रवि कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष नवंबर माह से अब तक 148 ट्रांजैक्शन ऐसे हुए जिनमें शहर में लगे एटीएम बूथों की मशीनों से छेड़छाड़ हुई है. एक एटीएम कार्ड से तीन से चार बार रुपये निकाले गए हैं और उसके बाद दूसरे कार्ड का इस्तेमाल कर रुपये निकाले गए. इस प्रकार अब तक 13 लाख 74 हजार की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है.
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उंगली से ठगी तरीका
ठगी का यह अनोखा प्रकरण बड़ा ही शातिराना है. कंपनी प्रभारी के अनुसार एटीएम बूथ पर कार्ड लगाने के बाद कैश निकाला जाता है. लेकिन कुछ शातिर लोग कैश निकालने के साथ ही उसमें उंगली फंसा देते है जिससे मशीन में एरर आ जाता है. इसके बाद शातिर कंपनी में शिकायत करते हैं कि मशीन से पैसों का ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है. कंपनी द्वारा रिकॉर्ड चैक करने पर मशीन में एरर दिखाई देता है और ऐसे में कंपनी ग्राहकों को उनका पैसा फिर से दे देती है. लगातार हो रही वारदातों के बाद जब ऐसे कई मामले सामने आये तो एक्सपर्ट की जांच में सामने आया कि कैसे एटीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ कर पैसा निकाला जा रहा है.