अजमेर. देशभर में शुक्रवार को ईद का त्योहार मनाया जाएगा, लेकिन कोरोना महामारी का असर इस बार भी ईद की रौनक को फीका कर रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने सामूहिक रूप से नमाज अदा करने पर रोक लगा दी है.
इसके बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि संक्रमण के बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा सभी तरह के धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. इसके तहत मंदिरों मस्जिदों में किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन नहीं किए जा सकते हैं. ऐसे में ईद के अवसर पर मुस्लिम धर्मावलंबी भी सामूहिक रूप से नमाज अदा नहीं कर पाएंगे.
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जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने जिले वासियों को ईद की मुबारकबाद देते हुए सभी से अपने घरों पर रहकर ही नमाज अदा करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सामूहिक रूप से जमा होने पर संक्रमण का खतरा अधिक रहता है. ऐसे में सभी लोग अपने घरों पर ही नमाज अदा करते हुए ईद का त्योहार मनाए.
घरों में ही अदा की गई नमाज
मुल्क में कोरोना सक्रमण बढ़ता जा रहा है. राज्य सरकार ने 10 मई से 24 मई तक सख्त लॉकडाउन लागू किया है. इस बीच मुसलमानों का मुकद्दस महीना चल रहा है. इस कोरोना काल में मुसलमानों ने पूरे एक महीने रोजे और नमाज अपने अपने घरों में अदा किए. इस कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए दुआ कर रहे हैं. इस मुक़द्दस महीने का आखिरी रोज़ा रखा गया है. फिर सालभर के लिए ये मुक़द्दस महीना मुसलमानों से बिछड़ जायगा और आइंदा साल फिर अपने रहमतों और बरकतों के साथ आएगा.