अजमेर. राजस्थान सरकार के निर्देश पर प्रवासी मजदूर और अन्य लोगों को क्वॉरेंटाइन करने के साथ ही उनके तमाम व्यवस्थाएं सुचारू करने के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्टर विशव मोहन शर्मा के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान जिले के तमाम कोविड- 19 नोडल अधिकारियों के साथ बैठककर विस्तृत चर्चा की गई.
वहीं इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण का प्रभाव अब प्रवासी मजदूरों में बढ़ने का अंदेशा लगाया जा रहा है. इस दौरान कई लोग संक्रमित होकर अपने घर पहुंच रहे हैं, जिनकी सुरक्षा के साथ ही सड़क पर पैदल चलने वाले प्रवासी मजदूरों को वाहन के माध्यम से उनके घर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.
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इसके लिए जिला कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि इन सभी की व्यवस्था सुचारू की जाए, जिससे की महामारी से रोकथाम के साथी मजदूरों को मदद मिल सके और वे सकुशल अपने घर पर पहुंच सकें. बैठक में जिला कलेक्टर विष्णु शर्मा के साथ में एसडीएम आर्तिका शुक्ला अतिरिक्त जिला कलेक्टर किशोर कुमार कोविड- 19 प्रभारी अजमेर गजेंद्र सिंह राठौड़ सहित आला अधिकारी मौजूद रहे.
ग्रामीण इलाकों में बढ़ने लगा है कोरोना का खतरा
प्रवासी मजदूरों के पलायन करने के बाद में अबे जैसे-जैसे घर पहुंच रहे हैं तो करुणा संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसको देखते हुए जिला कलेक्टर ने निर्देश जारी कर दिए हैं कि जितने भी लोग बाहर से ग्रामीण इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं. उनकी सूची बनाकर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया जाए, जिससे वह किसी भी व्यक्ति के संपर्क में ना जा सकें. वहीं कोरोना संक्रमण पर पूरी तरह काबू पाया जा सके.