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अजमेरः नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

अजमेर में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. मामले में आरोपी ने रीट एग्जाम में पास करने और नियुक्ति पत्र देने के एवज में 2 महिलाओं से 5-5 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. अजमेर की क्लॉक टावर थाना पुलिस ने आरोपी अभिषेक डागा को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया है.

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Published : Oct 12, 2019, 7:02 PM IST

नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, cheated in the name of getting a job

अजमेर. राजस्थान शासन सचिवालय में सरकारी कर्मचारी बताकर रीट एग्जाम में फेल हुए व्यक्ति को नंबर बढ़ाकर पास करने और नियुक्ति देने के मामले में अजमेर पुलिस ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. बता दें कि आरोपी बीकानेर का रहने वाला है और अजमेर की रहने वाली 2 महिलाओं को रीट एग्जाम में पास कर नियुक्ति पत्र देने की एवज में 5-5 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. वहीं, अजमेर की क्लॉक टावर थाना पुलिस ने आरोपी अभिषेक डागा को जयपुर से गिरफ्तार किया है.

नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए की ठगी

मामले की जानकारी देते हुए क्लॉक टावर थाना अधिकारी सूर्यभान सिंह चुंडावत ने बताया कि 18 मार्च 2019 को थाना क्षेत्र के पटेल नगर में रहने वाले जगदीश लखानी ने मामला दर्ज कराया था. उन्होंने बताया कि दर्ज कराए गए मामले में उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी श्वेता गुप्ता और पड़ोसी खुशबू गहलोत रीट के एग्जाम में असफल रही थी. इसी दौरान उनकी दुकान पर बीकानेर निवासी अभिषेक डागा पहुंचा और उसने अपने आप को सचिवालय में सरकारी कर्मचारी बताया. आरोपी ने दोनों को पास कराने और नियुक्ति दिलाने की बात कही. यहां तक कि आरोपी ने फर्जी सिल्वर दस्तावेज बनाकर दोनों को नियुक्ति पत्र भी दे दिए.

पढ़ें- अजमेर: रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 9 लाख 50 हजार की ठगी

सूर्यभान सिंह ने बताया कि नियुक्ति पत्र देने के एवज में आरोपी अभिषेक ने दोनों से 5-5 लाख रुपए लिए. लेकिन, जब उन्हें नियुक्ति पत्र को लेकर शिक्षा विभाग पहुंचे तो वहां उन्होंने पत्रों को फर्जी करार दे दिया और तब पता चला कि वह ठगी के शिकार हो गए हैं. उधर, पुलिस ने इस मामले में तफ्तीश करते हुए आरोपी अभिषेक डागा को जयपुर से गिरफ्तार किया है.

वहीं, आरोपी से विभिन्न फर्जी दस्तावेज सील के साथ ही रकम को लेकर पूछताछ की जा रही है. उधर, इस मामले में अन्य आरोपियों को लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है जिससे कि ठगी की वारदात में इस्तेमाल होने वाली रकम को बरामद किया जा सके. इसके साथ ही अन्य मामलों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है. बता दें कि आरोपी पर बीकानेर में भी फ्रॉडगिरी करने का मुकदमा चल रहा है.

अजमेर. राजस्थान शासन सचिवालय में सरकारी कर्मचारी बताकर रीट एग्जाम में फेल हुए व्यक्ति को नंबर बढ़ाकर पास करने और नियुक्ति देने के मामले में अजमेर पुलिस ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. बता दें कि आरोपी बीकानेर का रहने वाला है और अजमेर की रहने वाली 2 महिलाओं को रीट एग्जाम में पास कर नियुक्ति पत्र देने की एवज में 5-5 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. वहीं, अजमेर की क्लॉक टावर थाना पुलिस ने आरोपी अभिषेक डागा को जयपुर से गिरफ्तार किया है.

नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए की ठगी

मामले की जानकारी देते हुए क्लॉक टावर थाना अधिकारी सूर्यभान सिंह चुंडावत ने बताया कि 18 मार्च 2019 को थाना क्षेत्र के पटेल नगर में रहने वाले जगदीश लखानी ने मामला दर्ज कराया था. उन्होंने बताया कि दर्ज कराए गए मामले में उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी श्वेता गुप्ता और पड़ोसी खुशबू गहलोत रीट के एग्जाम में असफल रही थी. इसी दौरान उनकी दुकान पर बीकानेर निवासी अभिषेक डागा पहुंचा और उसने अपने आप को सचिवालय में सरकारी कर्मचारी बताया. आरोपी ने दोनों को पास कराने और नियुक्ति दिलाने की बात कही. यहां तक कि आरोपी ने फर्जी सिल्वर दस्तावेज बनाकर दोनों को नियुक्ति पत्र भी दे दिए.

पढ़ें- अजमेर: रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 9 लाख 50 हजार की ठगी

सूर्यभान सिंह ने बताया कि नियुक्ति पत्र देने के एवज में आरोपी अभिषेक ने दोनों से 5-5 लाख रुपए लिए. लेकिन, जब उन्हें नियुक्ति पत्र को लेकर शिक्षा विभाग पहुंचे तो वहां उन्होंने पत्रों को फर्जी करार दे दिया और तब पता चला कि वह ठगी के शिकार हो गए हैं. उधर, पुलिस ने इस मामले में तफ्तीश करते हुए आरोपी अभिषेक डागा को जयपुर से गिरफ्तार किया है.

वहीं, आरोपी से विभिन्न फर्जी दस्तावेज सील के साथ ही रकम को लेकर पूछताछ की जा रही है. उधर, इस मामले में अन्य आरोपियों को लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है जिससे कि ठगी की वारदात में इस्तेमाल होने वाली रकम को बरामद किया जा सके. इसके साथ ही अन्य मामलों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है. बता दें कि आरोपी पर बीकानेर में भी फ्रॉडगिरी करने का मुकदमा चल रहा है.

Intro:अजमेर/राजस्थान शासन सचिवालय में सरकारी कर्मचारी बताकर रीट एग्जाम में फेल हुए व्यक्ति को नंबर बढ़ाकर पास करने व नियुक्ति देने के मामले में अजमेर पुलिस ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है



आरोपी बीकानेर का रहने वाला है और अजमेर की रहने वाली दो महिलाओं को रीट एग्जाम में पास कर नियुक्ति पत्र देने की एवज में पांच पांच लाख की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था अजमेर की क्लॉक टावर थाना पुलिस ने आरोपी अभिषेक डागा को जयपुर से गिरफ्तार किया है



मामले की जानकारी देते हुए क्लॉक टावर थाना अधिकारी सूर्यभान सिंह चुंडावत ने बताया कि दिनांक 18 मार्च 2019 को थाना क्षेत्र के पटेल नगर में रहने वाले जगदीश लखानी ने मामला दर्ज कराया कि उनकी पत्नी श्वेता गुप्ता व पड़ोसी खुशबू गहलोत रीट के एग्जाम में असफल रही थी



इसी दौरान उनकी दुकान पर बीकानेर निवासी अभिषेक डागा पहुंचा और उसने अपने आप को सचिवालय में सरकारी कर्मचारी बताया दोनों को पास कराने और नियुक्ति दिलाने की बात कही यहां तक कि आरोपी ने फर्जी सिल्वर दस्तावेज बनाकर दोनों को नियुक्ति पत्र भी दे दिए इसकी एवज में आरोपी अभिषेक ने दोनों से पांच पांच लाख रुपए लिए लेकिन जब उन्हें नियुक्ति पत्र को लेकर शिक्षा विभाग पहुंचे तो वहां उन्होंने पत्रों को फर्जी करार दे दिया और तब पता चला कि वह ठगी के शिकार हो गए पुलिस ने इस मामले में तफ्तीश करते हुए आरोपी अभिषेक डागा को जयपुर से गिरफ्तार किया है



आरोपी से विभिन्न फर्जी दस्तावेज  सील के साथ ही रकम को लेकर पूछताछ की जा रही है वहीं इस मामले में अन्य आरोपियों को लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है जिससे कि ठगी की वारदात में इस्तेमाल होने वाली रकम को बरामद किया जा सके इसके साथ ही अन्य मामलों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है आरोपी पर बीकानेर में भी 420 करने का मुकदमा चल रहा है 


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