अजमेर. किशनगढ़ कस्बे में ब्याजखोरों के चुंगल में फंसे विजय सिंह के आत्महत्या का प्रकरण फिर तूल पकड़ रहा है. कोविड-19 के चलते अब तक खामोश रहे परिजन और रावणा राजपूत समाज के लोगों ने सोमवार को एसपी कुंवर राष्ट्रदीप से मुलाकात की. जिसमें उन्होंने एसपी से नामजद शेष तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
यह मामला 26 फरवरी का है. किशनगढ़ में वादा बाजार में काम करने वाले विजय सिंह ने अपने घर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. 6 मार्च को परिजन और रावणा राजपूत समाज के बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन भी किया. इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जबकि बाकी तीन आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. मृतक विजय सिंह के रिश्तेदार अमर सिंह ने बताया कि तीन आरोपियों में से एक वकील और यूथ कांग्रेस का नेता है. उसने कोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे ले रखा है लेकिन शेष दो आरोपी जितेंद्र शर्मा व टीसी यादव को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है.
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अमर सिंह ने बताया कि कोविड 19 के चलते जिले में व्यवस्थाओं के मद्देनजर परिजन और समाज के लोग खमोश थे. सोमवार को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी से मांग की गई है. उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा है कि विजय सिंह आत्महत्या प्रकरण में परिजन पुलिस से न्याय की आस लगाए बैठे हैं.
बता दें कि यह प्रकरण ब्याजखोरी का है. ब्याजखोरों की ज्यादतियों से परेशान होकर विजय सिंह ने आत्महत्या की थी. उसके मोबाइल में आत्महत्या से पहले आरोपियों से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग से ब्याजखोरों की भूमिका सामने आई थी. इसके बाद परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था.