देहरादून : उत्तराखंड में अत्यधिक ठंड के चलते स्थानीय निवासियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सीमांत जनपद चमोली के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी से सफेद चादर बिछ गयी है. बर्फबारी से तापमान माइनस दस डिग्री तक पहुंच गया है. चमोली और माणा में पानी जमने लगा है. बर्फबारी का यही सिलसिला रहा तो आने वाले दिनों में ठंड में इजाफा होना लाजिमी है.
भारत का आखिरी गांव नीति माणा भी बर्फ की चादर से ढक चुका है, जहां पारा शून्य से 7-12 डिग्री तक लुढ़क गया है. नीति घाटी चमोली जिले में चीन सीमा से लगा अंतिम गांव है.
इन दिनों वहां रहने वाले लोग निचले क्षेत्र में आ जाते हैं. जहां हाड़ कंपा देने वाली ठंड में हिमवीर (ITBP) 6 महीने तक ड्यूटी पर तैनात रहते हैं. वहीं उच्च क्षेत्रों में तापमान गिरने से पानी जम चुका है.
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जहां एक ओर उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी से नजारा काफी मनमोहक बना हुआ है वहीं दूसरी ओर लोगों की परेशानियां बढ़ गयी हैं. इसी तरह बर्फबारी हुई तो आने वाले दिनों में ठंड में इजाफा देखने को मिलेगा.
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के पहाड़ी जनपदों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जनपदों में हल्की वर्षा और बर्फबारी हो सकती है. यही नहीं 3,000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी की संभावना जतायी गयी है.