कृषि कानूनों की वापसी पर किसानों की राय, बहुत देर कर दी हुजूर आते-आते
ग्वालियर। देश की राजधानी दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर लंबे समय से किसान तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे. आज उन कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वापस लेने का ऐलान कर दिया है, जिस पर किसान खुश तो हैं, लेकिन उनके मन में अपने साथियों के खोने की टीश बाकी है, किसान कहते हैं कि उपचुनाव में हार के बाद ही सरकार की आंख खुली है और आगामी चुनावों में जीत हासिल करने के लिए सरकार बैकफुट पर आई है. यदि ये फैसला पहले लिया गया होता तो बेवजह किसानों की जान नहीं जाती. हमारे संवाददाता अनिल गौर ने ग्वालियर कृषि मंडी में किसानों से बातकर उनकी राय जानी.