विदिशा। किसानों ने मंडी के बाहर जमकर नारेबाजी की और चक्काजाम करते हुए दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी. पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा. इस हंगामा के बीच नीलामी कार्य पूरी तरह बंद हो गया. मंडी के सचिव कमल बगबैया का कहना है कि निर्यात बंद होने के चलते सभी व्यापारियों के पास स्टॉक मौजूद है. जिसकी वजह से वह खरीदी में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं. यही वजह है कि दाम कम हो गए हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मंडी में नीलामी और खरीदी कार्य में मंडी सिर्फ व्यवस्थाएं जुटाकर देती हैं. किसान अपनी फसल बेचता है और व्यापारी फसल खरीदता है. उन्होंने कहा कि अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए नीलामी के दौरान ही मार्कर पेन से दाम लिखे जाएंगे. Vidisha Farmers highway chakkajam
विदिशा-सागर रोड पर चक्काजाम : विदिशा-सागर रोड पर चक्काजाम करते हुए किसानों ने कहा कि व्यापारियों की मनमानी नहीं चलेगी. चक्काजाम की सूचना मिलने पर मौके पर शासन प्रशासन के अफसर पहुंचे. अफसरों ने किसानों को समझाइश दी. महेंद्र सिंह यादव किसान ने बताया कि मेरी 3400 रुपये की दर से धान खरीदी. अब 4100, 4200 भी खरीदने लगे. किसानों का कहना है कि जब हंगामा के बाद दाम 700 रुपए बढ़ा रहे तो आप शोषण का मामला समझ सकते हैं. इस प्रकार 700 रुपए का किसानों को सीधा चूना लगा रहा है. Vidisha Farmers highway chakkajam
ये खबरें भी पढ़ें... |
किसानों का शोषण : किसानों का कहना है कि कुछ दिन पहले 4500 के लगभग धान बिक चुकी है. किसानों का आरोप है कि कुछ दिन पहले जो भाव लिया जा रहा था, उस भाव की अपेक्षा 1000 रुपए कम कर दिया गया है. इससे किसानों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. देवेंद्र धाकड़ किसान का कहना है कि चक्काजाम इसलिए किया है कि व्यापारी अपने मनमानी कर रहे हैं, जो रेट किसानों को मिलना चाहिए वह नहीं दे रहा है. नीलामी में फसल नहीं देते तो कहते हैं कि घर ले जाओ फसल. इसलिए किसान मजबूरी में माल को बेचने आ रहा है. Vidisha Farmers highway chakkajam