विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक ही परिवार के 4 लोगों ने अपनी जान दे दी. बताया जा रहा है कि भाजपा के दुर्गा नगर के मंडल उपाध्यक्ष और पूर्व पार्षद संजीव मिश्रा ने अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ विदिशा जिले के बंटी नगर क्षेत्र में रहते थे. वह अपने दोनों बच्चों की 'मस्कुलर डिस्ट्रॉफी' नाम की बीमारी से परेशान थे, उन्होंने हर संभव इलाज कराने का प्रयास किया लेकिन जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो गुरुवार शाम लगभग 6:00 के आसपास भाजपा नेता संजीव मिश्रा ने अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली.
आत्महत्या से पहले कि फेसबुक पोस्ट: आत्महत्या करने से पहले बीजेपी नेता संजीव मिश्रा ने फेसबुक पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने स्पष्ट लिखा था कि 'भगवान ऐसी बीमारी किसी के बच्चों को ना दे.' इस बात की जानकारी उनके मिलने वालों को लगी तो उन्होंने तुरंत विदिशा के स्थानीय थाने में सूचना दी. जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. पुलिस ने चारों लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान चारों की मौत हो गई.
MP में सामूहिक आत्महत्या के मामले बढ़े: बता दें कि एमपी में सामूहिक आत्महत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, एक मामला खंडवा जिले से सामने आया था, खंडवा में तीन बहनों ने भी खुदकुशी कर ली थी (Khandwa Sisters Suicide Case). वहीं भिंड में दूध कारोबारी ने परिवार सहित अपनी जान दे दी थी. परिवार की एक बच्ची जिंदा बची है जिसे बेहोश होने पर मृत समझकर छोड़ दिया गया था. इधर भोपाल के बैरागढ़ कलां में ठेकेदार ने पूरे परिवार के साथ जान देने की कोशिश की थी. बताया जा रहा है कि कर्ज से परेशान ठेकेदार ने अपने पूरे परिवार के साथ ये आत्मघाती कदम उठाया थी.
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क्या है मस्कुलर डिस्ट्रॉफी बीमारी: सिविल सर्जन संजय खरे ने बताया कि, "मस्कुलर डिस्ट्रॉफी बीमारी का इलाज तो नहीं है. पर यह जांच का विषय है कि उन बच्चों को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी जैसी बीमारी थी या नहीं. अगर बात करें इस बीमारी की तो इसमें इंसान की शक्ति क्षीण हो जाती है, मसल्स कमजोर होने के साथ सिकुड़ने लग जाती है और बाद में यह टूटने लगती है." वहीं योगेंद्र सिंह दांगी टी आई सिविल लाइन के अनुसार, "मृतकों का इलाज तो अनेकों जगह पर हुआ है, यहां तक कि हिमाचल में भी, लेकिन उन्हें आराम नहीं मिला."
किसे प्रभावित कर सकती है मस्कुलर डिस्ट्रॉफी: मस्कुलर डिस्ट्रॉफी जीन म्यूटेशन के चलते होने वाली मांसपेशियों की बीमारी है. मांसपेशियों के कमजोर होने पर उनकी गतिशीलता भी धीमी हो जाती है. जिससे रोजाना के कार्य कठिन हो जाते हैं. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी बीमारी कई प्रकार की होती है, प्रत्येक प्रकार अलग मांसपेशी समूह पर इफेक्ट डालता है. व्यक्ति की आयू और गंभीरता के स्तर पर संकेत और लक्षण को जन्म देता है. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी परिवार में हो सकती है, या परिवार का कोई सदस्य इससे प्रभावित हो सकता है. इस बीमारी का अब तक कोई इलाज नहीं ढूंढा जा सका है.