विदिशा। कोरोनाकाल में किसानों पर दोहरी मार पड़ी है. इल्लियों ने खेत में खड़ी सोयाबीन और उड़द की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. इल्लियों के प्रकोप के बाद शमशाबाद क्षेत्र में किसानों के खेतों में लगी खड़ी सोयाबीन, उड़द की फसलें अचानक खराब हो गई हैं. मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर खराब फसलों का जायजा लिया है.
प्राकृतिक बीमारियों से जूझ रही फसलों से किसानों को अब कोई आस नहीं बची है. फसलों के खराब होने के बाद किसानों का कहना है जितनी लागत लगाई थी वो भी निकलना मुश्किल है. ऐसे में किसान शासन-प्रशासन से मदद की उम्मीद कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि फसल बीमा का लाभ मिलने से नुकसान की भरपाई हो सकेगी, जिसके लिए किसान प्रशासन से फसलों का सर्वे कराने की मांग कर रहे हैं.
पिछले दो-तीन महीनों में फसल खराब होने के ज्यादा मामले सामने आए हैं. ग्राम बर्दापुर, जटपुरा, भीलखेड़ी, धनगर, आदि गांव के किसानों हाथों में सोयाबीन, उड़द की फसल लेकर नारेबाजी करते हुए शमशाबाद तहसीलदार के पास पहुंचे थे.
किसानों को कहना है कि हालात ये बन गए हैं की खेतों में खड़ी फसल को मवेशियों को खिलाना पड़ रहा है. इस बार फसलों को काफी नुकसान हुआ है. फसल खराब होने का मामला कलेक्टर डॉ पंकज जैन के सामने आया तो वे कुरवाई तहसील के ग्राम बरेठा पहुंचे और किसानों से बात की. साथ ही खेतों में जाकर फसलों का जायजा लिया.
किसानों ने कलेक्टर को बताया की सोयाबीन की फसल में काफी नुकसान हुआ है. लगभग हर जगह की फसल पीली पड़ गई है. जिसके बाद किसानों ने कलेक्टर से जल्द सर्वे कराकर शासन से मदद दिलाने की बात कही है.