विदिशा। भोपाल के नीलम पार्क में प्रदर्शन कर रहे कोरोना वॉरियर्स पर पुलिस के लाठीचार्ज पर अब सियासत शुरु हो गई है. प्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी कोरोना वॉरियर्स के साथ हुई मारपीट को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है. जीतू पठवारी ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि आने वाले कृषि कानून से किसी का भला नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा कि अगर इससे सबसे ज्यादा नुकसान किसी को होगा तो वह अन्नदाता है.
किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी
पूर्व मंत्री ने किसानों के हित में बोलते हुए कहा कि कृषि कानून से देशभर के किसानों को बहुत कुछ उम्मीद थी. लेकिन किसान दिन प्रतिदिन गरीब होता जा रहा है. जीतू पटवारी ने मांग करते हुए कहा कि किसानों को एक गारंटी मिलना चाहिए. केंद्र सरकार जो कानून लेकर आई है उसमें किसानों के हित की कही कोई बात का जिक्र नहीं है. अगर कई समूह गेहूं का स्टॉक करके रखते हैं तो इसमें काला बाजारी को बढ़ावा मिलेगा. जिसके बाद कांग्रेस नेता जीतू पठवारी ने कृषि कानून को रद्द करने की मांग की है.
कोरोना वॉरियर्स के साथ लाठीचार्ज की घटना गलत, मुख्यमंत्री को करना चाहिए आत्मचिंतन: जीतू पटवारी
कोरोना वॉरियर्स पर लाठीचार्ज पर जताई चिंता
भोपाल के नीलम पार्क में प्रदर्शन कर रहे कोरोना वॉरियर्स पर पुलिस के लाठीचार्ज को जीतू पटवारी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा. जीतू पठवारी ने कहा कि सरकार नौकरी देने की वजह से कोरोना वॉरियर्स पर लाठीचार्ज करवा रही है. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश पहला प्रदेश बना है जिसने कोरोना योद्धाओं को लाठियों से पीटा, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना योद्धाओं के लिए ताली-थाली बजवाई थी.
कमलनाथ ने की कोरोना वॉरियर्स से मुलाकात
बता दें कि कोरोना काल में अस्थाई स्वास्थ्य कर्मचारियों के आंदोलन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. जिसके बाद बड़ी संख्या में यह सभी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने पहुंचे. इस दौरान कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने इन सभी अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की. जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की घटना प्रदेश को शर्मसार करने वाली है, पहले तो प्रधानमंत्री ने इन्हीं कोरोना योद्धाओं के लिए ताली-थाली बजाई थी. लेकिन यह घटना चिंताजनक है.