उमरिया। जिले के बीरसिंहपुर पाली में धार्मिक और आस्था का केंद्र माता बिरासिनी का मंदिर प्रशासन की देखरेख के अभाव में जर्जर होता जा रहा है. हालांकि मंदिर में दर्शनार्थियों द्वारा हर साल लाखों रुपए का चढ़ावा भी चढ़ाया जाता है. मंदिर की सुरक्षा को लेकर न तो स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही जिम्मेदार अधिकारी ही मंदिर की सुध लेने को तैयार हैं.
मंदिर में लगे संगमरमर के पत्थर उखड़ते जा रहे हैं. जिससे लोगों की आस्था को चोट पहुंच रही है. इस संबंध में तहसीलदार ने जल्द कार्रवाई की बात कही है. समाजसेवी प्रेम सोनी ने कहा कि, मंदिर की नींव 1991 में रखी गई थी. 1997 में मंदिर बनकर तैयार हो गया. प्रेम सोनी ने बताया कि, मंदिर 2013 में शासकीय हो गया, बावजूद इसके जिला प्रशासन मंदिर की सुध नहीं ले रहा है. कलेक्टर ने मंदिर की मरम्मत करवाने का भरोसा दिया था, लेकिन आज तक कुछ नहीं किया गया.