उमरिया। विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वैसे तो बफर में सफर योजना के अंतर्गत जून से सितम्बर के आखिरी दिन तक बफर जोन में सफारी जारी रही, पर आज से कोर जोन की बंदिशें भी हटा दी गई हैं, एक अक्टूबर से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन में पर्यटन शुरू हो गया है. पहले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विन्सेंट रहीम ने ताला गेट में वाहनों को हरी झंडी दिखाई, जबकि गेट पर खड़े गजराजों ने भी अपनी सूड़ उठाकर कोर जोन में प्रवेश कर रही जिप्सियों का स्वागत किया, पर्यटकों ने बताया कि आज उन्हें बड़ी ही सरलता और सहजता के साथ वनराज के दर्शन हुए हैं.
नई व्यवस्था के साथ खुले पेंच टाइगर रिजर्व के सभी द्वार, पहले दिन 600 पर्यटकों ने की जंगल सफारी
कोविड प्रोटोकॉल का रखा जा रहा ध्यान
तीन माह तक कोर जोन में सफारी बंद करने के बाद शुक्रवार को जब बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के गेट पर्यटकों के लिए खोले गए तो यहां भी पर्यटकों का स्वागत किया गया. पार्क के अधिकारियों ने फूलों से सजे ताला गेट का रिबन काटकर सत्र की शुरुआत की, कतार में खड़ी जिप्सी में सवार पर्यटकों को शुभकामनाएं दी और हरी झंडी दिखाकर वाहनों को पार्क के अंदर रवाना किया गया. वाहन चालकों को तिलक लगाए गए और गाइडर को निर्देशित किया गया कि वे नियमों का पालन सभी से करवाएं, पर्यटकों से भी कहा गया कि कोरोना गाइडलाइन ध्यान में रखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही पार्क के अंदर न करें, निर्धारित रास्ते पर ही जिप्सी चलाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं.
टाइगर रिजर्व खुलने से बढ़ेगा रोजगार
पिछले तीन महीने से कोर जोन में पर्यटन बंद होने के कारण ताला गांव वीरान सा हो गया था, यहां के रोजगार-धंधे लगभग बंद थे, लेकिन अब पर्यटन शुरू होने के कारण ताला गांव में भी पर्यटकों से रौनक लौट आई है. ताला के सभी होटलों में पर्यटकों की भीड़ है और बाजार में भी लोगों को चहल कदमी बढ़ गई है. लोग अपनी दुकानों को नए ढंग से सजा लिये हैं. सभी को उम्मीद है कि अब अच्छा कारोबार होगा, जिससे उनका घर-परिवार बेहतर ढंग से चल पाएगा. कोरोना वायरस वजह से पहले ही लोग काफी परेशान हो चुके हैं.