उज्जैन(Ujjain)। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple Ujjain) की दर्शन व्यवस्था अब हाईटैक (Hi-tech) होने जा रही है. वीआईपी और प्रोटोकॉल (VIP and Protocol) के श्रद्धालुओं के लिए सेंसर बेरिकेडिंग (Sensor Barricading) के साथ-साथ टोकन मशीन (Token Machine) लगाई जाएगी. दिल्ली के मेट्रो रेलवे स्टेशन (Metro Railway Station) की तर्ज पर यह सुविधा शुरू की जा रही है. सबसे पहले यह व्यवस्था महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार और पांच से वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए शुरू होगी.
दर्शन व्यवस्था होगी हाईटैक
महाकाल मंदिर के विस्तार और सौन्दर्यीकरण के कार्य में अब मंदिर की दर्शन व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है. इस व्यवस्था के तहत अब प्रथम चरण में वीआईपी श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मंदिर के गेट नंबर चार और पांच पर सेंसर बेरिकेडिंग के साथ टोकन मशीन लगाई जाएगी. दिल्ली के मेट्रो स्टेशन की तर्ज पर यह व्यवस्था लागू होनी है. इसके लिए महाकाल मंदिर में प्रशासक गणेश धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, एडीएम जितेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने गुरुवार को महाकाल मंदिर का दौरा किया. इस दौरान मशीन लगने वाले स्थान को देखकर जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए.
मंदिर प्रबंध समिति देगी टोकन
महाकाल मंदिर में देशभर से आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं को यह टोकन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दिए जाएंगे. इसके बाद श्रद्धालु जैसे ही यह टोकन गेट पर लगी मशीन में डालेंगे तो ऑटोमेटिक बेरिकेडिंग खुल जाएगी. फिर श्रद्धालु आसानी से बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे. वर्तमान में महाकाल मंदिर में वीआईपी श्रद्धालुओं को प्रोटोकॉल के तहत प्रबंध समिति द्वारा गेट नंबर चार और पांच से 100 रुपए शुल्क लेकर प्रवेश दिया जा रहा है. लेकिन इस बीच कई ऐसे श्रद्धालु भी प्रवेश कर जाते हैं, जो प्रोटोकॉल में नहीं आते हैं. बेरिकेडिंग मशीन के लग जाने से अब जिन श्रद्धालुओं के पास टोकन नहीं होगा, वह प्रवेश नहीं कर सकेंगे.
आम श्रद्धालुओं के गेट पर लगेगी हेड सेंसर मशीन
महाकाल मंदिर में हाईटैक मशीन के साथ-साथ अब आम श्रद्धालुओं के गेट पर हेड सेंसर मशीन भी लगेगी. जिससे रोजाना आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती हेड सेंसर के माध्यम से ऑटोमेटिक ही दर्ज हो जाएगी. हेड सेंसर मशीन के लगने से मंदिर प्रबंधन समिति को काफी सहूलियत होगी.
बाबा महाकाल मंदिर में गेट नंबर चार और पांच के लिए मशीन लगाने की बात हुई है. जल्द ही इसमें टेंडर बुलाए जाएंगे. जिससे वीआईपी श्रद्धालुओं को सुविधा मिलने लगेगी. बाद में यह सुविधा महाकाल मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा मानकों के साथ शुरू की जाएगी. नई व्यवस्था से महाकाल मंदिर की सुरक्षा भी और मजबूत हो जाएगी. कोई भी संदिग्ध मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा.
- गणेश धाकड़, महाकाल मंदिर प्रशासक